बॉलीवुड के जानेमाने अभिनेता मनोज वाजपेयी फिल्म जोरम का हिस्सा बनकर बेहद खुश हैं। सर्वाइवल थ्रिलर फिल्म जोरम 08 दिसम्बर को रिलीज होने वाली है। देवाशीष मखीजा द्वारा निर्देशित, जोरम एक ऐसे इंसान की कहानी है, जो अपनी बेटी को बचाने के लिए भाग रहा है। यह फिल्म सामाजिक असमानताओं, आदिवासी समुदायों के साथ अन्याय जैसे मुद्दों के बारे में है।
फिल्म जोरम के प्रमोशन के सिलसिले में राजधानी पटना आये मनोज वाजपेयी ने कहा,मैं फिल्म ‘जोरम’ का हिस्सा बनकर बेहद खुश हूं। फिल्म जोरम वास्तव में सभी पहलुओं में परिपक्व साबित हुई है। मुझ पर विश्वास करने के लिए मैं अब तक हमें जो प्रतिक्रिया मिली है, हम वास्तव में अभिभूत हैं। उन्होंने कहा, फिल्म जोरम जंगल में रहने वाले आदिवासियों की कहानी है, यह एक परिवार की कहानी है। जोरम हम सभी की कहानी है जो सिस्टम के मारे हुये हैं।
शूटिंग के दौरान हमें झारखंड में ऐसी चुनौतियों का सामना करना पड़ा जिनकी उम्मीद भी नहीं की थी। हमें इन एक्सट्रीम परिस्थितियों से खुद को बचाने के लिए जरूरी सावधानियां बरतनी पड़ीं। मुझे कलाकारों और क्रू और लोकल प्रोडक्शन टीम पर बहुत गर्व है जिन्होंने अविश्वसनीय प्रयास किए। उन्होंने कमाल का काम किया और उनकी कड़ी मेहनत ने हमारे प्रोजेक्ट को खास बना दिया, उन कठिन परिस्थितियों के बावजूद भी जिनका हमें सामना करना पड़ा।’
मनोज वाजपेयी ने कहा,जब हम पटना आते हैं तो यहां के लोग हमेशा से हमें खूब प्यार और सम्मान देते हैं। मैं यहां आकर बहुत खुश हूं। यह मेरा घर है. फिल्म ‘जोरम’ के ट्रेलर को अपार प्यार मिला है, और अब यह जल्द ही रिलीज होने वाली है। मैं बेसब्री से इंतज़ार कर रहा हूं की दर्शक इस फिल्म को ज़रूर देखें।
देवाशीष मखीजा ने कहा, मैंने फिल्म जोरम की कहानी मनोज वाजपेयी को वर्ष 2017 में सुनायी थी। वर्ष 2021 में जोरम शुरू हुयी। हमें जी स्टूडियो का साथ मिला। देवाशीष मखीजा द्वारा निर्देशित, लिखित और शारिक पटेल, आशिमा अवस्थी चौधरी, अनुपमा बोस और देवाशीष मखीजा द्वारा निर्मित फिल्म ‘जोरम’ में मनोज बाजपेयी के साथ जीशान अय्यूब, पीयूष पुटी की अहम भूमिका है।
– एजेंसी