महिंद्रा एक समय उच्च पूंजी आवश्यकताओं के कारण नवीकरणीय ऊर्जा से बाहर निकलने की कगार पर था लेकिन अब उसने अगले पांच वर्षों में कारोबार को पांच गुना करने की योजना बनाई है। एक शीर्ष अधिकारी ने यह बात कही।
महिंद्रा एंड महिंद्रा के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अनीश शाह ने कहा कि एक महत्वपूर्ण बदलाव जिसने योजनाओं में बदलाव को प्रेरित किया और वास्तव में उसे बढ़ाने का विकल्प चुना….वह बुनियादी ढांचा निवेश ट्रस्ट (इनविट्स) की शुरुआत था।
फिक्की के एक कार्यक्रम में शाह ने कहा कि नवीकरणीय ऊर्जा व्यवसाय के लिए कंपनी ने एक वैश्विक निवेशक के साथ साझेदारी की है। यह अगले पांच वर्षों में बढ़कर पांच गुना हो जाएगा। उन्होंने कहा कि नवीकरणीय व्यवसाय में संसाधनों की खपत और कर्ज के ढेर के कारण पूंजी की ‘‘समस्या’’ थी।
शाह ने कहा कि कंपनी के पास अब कारोबार के लिए एक स्पष्ट योजना है और आगे भी इसे बढ़ाने का लक्ष्य रखा जाएगा। समूह की वेबसाइट के अनुसार, नवीकरणीय ऊर्जा व्यवसाय की क्षमता 1.55 गीगावॉट है।
कनाडा के ओंटारियो टीचर्स पेंशन प्लान बोर्ड ने पिछले साल 2,371 करोड़ रुपये के इक्विटी मूल्य पर महिंद्रा सस्टेन प्राइवेट लिमिटेड में 30 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा की थी। उसी लेनदेन के तहत ‘इनविट’ स्थापित करने का प्रस्ताव भी रखा गया। शाह ने कहा कि भारत ने विश्व मंच पर अपने नेतृत्व को अच्छी तरह समझा है। मजबूत शासन और जीवंत पूंजी बाजार प्रत्येक राष्ट्र के लिए एक बड़ी आवश्यकता है।
– एजेंसी