25 साल में खुद को नहीं बदला, फिर भी माधवन आज भी हैं इंडस्ट्री में टॉप

आर माधवन ने 25 सालों की जर्नी पर बात की, कहा- ‘मैंने हमेशा आम आदमी को दिखाने की कोशिश की’

2001 में तमिल फिल्म मिन्नाले से अपने करियर की शुरुआत करने वाले आर माधवन ने बॉलीवुड में अपनी पहली फिल्म ‘रहना है तेरे दिल में’ (2002) से कदम रखा। अब उन्हें इंडस्ट्री में 25 साल हो चुके हैं, लेकिन उन्होंने खुद को कभी समय के साथ नहीं बदला। न तो उन्होंने बॉडी बनाई और न ही डांस स्किल सीखा, फिर भी इतने सालों से इंडस्ट्री में टिके हुए हैं।

24 जनवरी 2025 को उनकी फिल्म ‘हिसाब बराबर’ जी5 पर रिलीज हुई है, जिसमें उन्होंने लीड रोल प्ले किया है और एक कॉमन मैन का किरदार निभाया है। इस फिल्म के बारे में बात करते हुए माधवन ने अपनी 25 साल की जर्नी पर भी खुलकर चर्चा की।

आर माधवन ने कॉमन मैन को लेकर क्या कहा?
हिंदुस्तान टाइम्स से हाल ही में बातचीत करते हुए आर माधवन ने कई मुद्दों पर अपनी राय रखी और अपनी फिल्म ‘हिसाब बराबर’ के बारे में भी बात की। माधवन ने कई हिंदी फिल्मों में कैमियो किया है और कुछ फिल्मों में लीड एक्टर के तौर पर भी काम किया है। दरअसल, तनु वेड्स मनु रिटर्न्स (2015) के बाद, ‘हिसाब बराबर’ उनकी चौथी बॉलीवुड फिल्म है। इस पर माधवन ने कहा, “मैं आजकल लोगों को ऑब्जर्व करता हूं और उनकी जिंदगी को एक्सप्लोर करने की कोशिश करता हूं।”

माधवन ने आगे कहा, “मैं 25 सालों से इंडस्ट्री में टिका हूं, बिना 6 पैक एब्स और डांस स्किल के, क्योंकि मैंने हमेशा आम आदमी को दिखाने की कोशिश की। आज भी मैं वैसी ही फिल्में बना सकता हूं और लोग मेरी उन फिल्मों को पसंद भी करते हैं। मैं आज की पीढ़ी को भी एंटरटेन कर सकता हूं, लेकिन आगे क्या होगा ये नहीं जानता।”

आज की जनरेशन पर क्या बोले माधवन?
आज की जनरेशन के बारे में बात करते हुए माधवन ने कहा, “दुनिया भर में मेरे जैसे लोग और मेरी जेनरेशन के लोग काम कर रहे हैं। हम वो समय देख चुके हैं जब चीजें तेजी से बदल रही थीं। उस समय हम एसटीडी बूथ से फोन करते थे, लेकिन आज के समय में स्मार्टफोन हैं। हमें यह सब कुछ पाने के लिए बहुत स्ट्रगल करना पड़ा।”

माधवन ने आगे कहा, “आज की जेनरेशन को सब कुछ बना-बनाया मिल गया है, लेकिन हमने वो सबकुछ बनते हुए देखा है। इसलिए हम आज की जेनरेशन को अच्छे से समझ सकते हैं और जानते हैं कि उन्हें क्या चाहिए।” उन्होंने यह भी कहा, “आम आदमी बेचारा नहीं होता, वह बस मौके की तलाश में होता है और जब उसे मौका मिलता है, तो वह कुछ भी कर सकता है।”

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