मोहन (नौकर से)- ‘देखो मैं बाजार जा रहा हूं तुम दुकान का ध्यान
रखना। अगर कोई व्यक्ति आकर कोई आर्डर दे तो उसे पूरा करना।‘ कुछ
देर के बाद मालिक आया तो उसने नौकर से पूछा, ‘कोईर् आया था?‘
नौकर (मोहन से)- ‘जी हां आया था। उसने कहा कि दोनो हाथ ऊपर
उठाकर कोने में खड़े हो जाओ। मैंने ऑर्डर मान लिया और वह गल्ला
उठाकर चला गया।😜😂😂😂😛🤣
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मोहन (प्रेमिका से) – तुम कितनी भोली हो क्या तुम मेरी आखाेे में मेरे
दिल का हाल नहीं पढ़ सकती?
प्रेमिका (मोहन से) – प्रेमिका ने शरारत भरे लहजे में कहा क्या तुम्हें पता
नहीं कि मैं अनपढ़ हूं।😜😂😂😂😛🤣
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दुकानदार (कारीगर से)- ‘क्या राय साहब के घर के दरवाजे की घंटी ठीक
कर आए?‘
कारीगर (दुकानदार से)- ‘कैसे करता? मैं काफी देर तक घंटी बजाता रहा,
पर किसी ने दरवाजा ही नहीं खोला।‘😜😂😂😂😛🤣