पत्नी- चलो आज एक गेम खेलते हैं।
मोहन- ठीक है?
पत्नी- जब मैं कलर का नाम लूं, तो तुम बाईं दीवार को हाथ लगाना और फल का नाम लूं, तो दाहिनी दीवार को हाथ लगाना।
मोहन- अगर मैं जीत गया तो?
पत्नी- जो हारेगा वो जीतने वाले की हर बात मानेगा और वो भी जिंदगी भर।
मोहन (खुश होते हुए)- ये गेम तो मैं ही जीतूंगा, चलो खेलते हैं।
पत्नी – ठीक है तो शुरू करते हैं, ‘ऑरेंज’ कलर बोली या फल…
मोहन ने पत्नी के आगे कर दिया सरेंडर!😜😂😂😂😛🤣
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बाप मोहन से- तुम मुझे अपना बाप नहीं बल्कि अपना दोस्त समझो…तुम मुझसे कुछ भी खुलकर कह सकते हो…
मोहन- सुन भाई वो पड़ोस वाले शर्मा की जो बेटी है उसका नंबर दिलवा दे न…
फिर क्या चप्पल टूटने तक जमकर कुटाई हुई…😜😂😂😂😛🤣
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मोहन- मां सारे खिलौने बेड के नीचे छिपा दो…
मोहन की मां- क्यों?
मोहन- क्योंकि मेरा दोस्त डब्बू आ रहा है..
मोहन की मां- डब्बू खिलौने चुरा लेगा क्या?
मोहन- नहीं, वह अपने खिलौने पहचान लेगा।😜😂😂😂😛🤣