नयी दिल्ली (एजेंसी/वार्ता): देश में बाल श्रमिकों के जीवन संघर्ष गाथा पर आधारित कहानियों की नोबल पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी की पुस्तक ‘तुम पहले क्यों नहीं आए’ का लोकार्पण किया गया। इस अवसर पर फिल्म अभिनेता अनुपम खेर भी उपस्थिति रहे।
इस पुस्तक में दासता और उत्पीड़न की कैद से प्रताड़ित बच्चों की 12 सच्ची कहानियां हैं। ‘तुम पहले क्यों नहीं आए’ में जिन बच्चों की कहानियां हैं उनमें से कई को संयुक्त राष्ट्र जैसे वैश्विक मंच से विश्व नेताओं से मिलने और बच्चों के अधिकार की मांग उठाने के मौके भी मिले। इसके बाद बेहतर बचपन को सुनिश्चित करने के लिए कई राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय कानून भी बने।
बुधवार देर शाम यहां आयोजित किये गये एक कार्यक्रम में प्रख्यात अभिनेता अनुपम खेर, नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी, श्रीमती सुमेधा कैलाश, राजकमल प्रकाशन के प्रबंध निदेशक अशोक माहेश्वरी और पूर्व बाल मजदूरों ने किताब का लोकार्पण किया। बाद में श्री खेर ने पुस्तक की भूमिका के कुछ अंश भी पढ़कर सुनाए। पुस्तक के शामिल बच्चों पर केंद्रित एक लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया।
पुस्तक ‘तुम पहले क्यों नहीं आए’ में पत्थर एवं अभ्रक की खदानें, ईंट-भट्ठे, कालीन कारखाने, सर्कस, खेतिहर मजदूरी, जबरिया भिखमंगी, बाल विवाह, मानव व्यापार , यौन उत्पीड़न, घरेलू बाल मजदूरी और नरबलि आदि से जुड़े बच्चों की कहानियां हैं।
-एजेंसी/वार्ता
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