“जल ही जीवन है” — ये कहावत सिर्फ एक लाइन नहीं, बल्कि एक सच्चाई है जिसे हम अक्सर नज़रअंदाज़ कर देते हैं। पानी सिर्फ हमारी प्यास नहीं बुझाता, बल्कि यह शरीर की कार्यप्रणाली को सुचारु बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है। पानी विषैले तत्वों को बाहर निकालता है, शरीर को डिटॉक्स करता है और ऊर्जा प्रदान करता है।
लेकिन जब हम पानी कम पीते हैं, तो शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है और कई बीमारियां जन्म लेने लगती हैं। किडनी स्टोन (पथरी) उन्हीं गंभीर समस्याओं में से एक है, जिसकी सबसे बड़ी वजह पानी की कमी है।
💧 पानी की कमी से कैसे बनती है पथरी?
हमारी किडनी खून को फिल्टर करती है और उसमें मौजूद कैल्शियम, सोडियम और अन्य मिनरल्स को मूत्र के ज़रिए बाहर निकालती है। लेकिन जब शरीर में पानी की मात्रा कम होती है, तो ये मिनरल्स मूत्र के जरिए बाहर नहीं निकल पाते और धीरे-धीरे क्रिस्टल बनकर पथरी का रूप ले लेते हैं।
🚱 कम पानी = किडनी स्टोन का खतरा!
कम पानी पीने से:
शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है
नमक और मिनरल्स शरीर में जमा होने लगते हैं
ये मिनरल्स किडनी में जाकर स्टोन बन जाते हैं
यूरिन पास करते समय दर्द, जलन या ब्लॉकेज जैसी समस्या हो सकती है
💦 एक दिन में कितना पानी पीना चाहिए?
जिन लोगों को पथरी की शिकायत है या जिनके परिवार में इसका इतिहास रहा है, उन्हें दिनभर में 2 से 3 लीटर पानी जरूर पीना चाहिए
अगर आप बाहर काम करते हैं या ज़्यादा पसीना आता है, तो पानी की मात्रा और बढ़ा दें
नमक का सेवन कम करें, मांसाहारी भोजन से परहेज़ करें और फाइबर युक्त आहार लें
पानी अधिक पीने से किडनी अच्छे से फिल्टर कर पाती है और स्टोन मूत्र के रास्ते बाहर निकल जाते हैं।
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