केआरके ने अभी शाहरुख खान पर फिर तंज कसा है. उन्होंने अपने ऑफिशियल ट्विटर से ट्वीट किया, “शाहरुख के लिए अगर कोई झूठ बोलता है और उन्हें दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म स्टार कहता है, तो शाहरुख खान के मुताबिक वह एक पॉजिटिव पर्सन है. लेकिन अगर कोई हकीकत बताता है और उसे फ्लॉप एक्टर कहता है, तो वह एक निगेटिव पर्सन है. यानी वह सच सुनना ही नहीं चाहता. मैं तो कहूंगा, बरसात के अंधे को सबकुछ हरा दिखता है.”
उन्होंने कहा, “एक बुरी चीज को बुरा कहना, नकारात्मक नहीं है. आप इसे नकारात्मक पाते हैं क्योंकि आप सच्चाई नहीं सुनना चाहते हैं. सच्चाई कड़वी होती है.”
इससे पहले 17 दिसंबर को भी केआरके ने शाहरुख को लेकर ट्वीट किया था. उन्होंने लिखा था- ‘एक नेता और अभिनेता किसी को भी चैलेंज कर सकता है, लेकिन पब्लिक को चैलेंज नहीं कर सकता! क्योंकि एक नेता और अभिनेता तब तक है, जब तक पब्लिक उसके साथ है! अब जब शाहरुख खान ने पब्लिक को चैलेंज कर ही दिया है, तो उनको पब्लिक की पावर का पता भी जल्दी ही चल जाएगा.’
उन्होंने लिखा, ‘हर स्टार पब्लिक की वजह से एक स्टार है. और अगर कोई स्टार कहता है कि जनता उसे हिला नहीं सकती है तो यह उसका अहंकार बोल रहा है. पब्लिक किसी भी समय किसी भी सुपर स्टार को जीरो स्टार बना सकती है. शाहरुख खान को जल्द ही इसका एहसास होगा.
‘केआरके ने यह भी लिखा, ‘अब बहुत से लोग कह रहे हैं कि शाहरुख खान को पठान के बहिष्कार की परवाह नहीं है! मुझे याद है कि आमिर खान के प्रशंसकों ने भी लाल सिंह चड्ढा की रिलीज से पहले भी यही बात कही थी. शाहरुख खान के प्रशंसक 25 जनवरी 2023 को पब्लिक की पावर के बारे में समझेंगे.’
‘बरसात का अंधा नहीं होता बाबा’, यूजर का रिप्लाई
केआरके द्वारा शाहरुख खान पर तंज कसते समय कहावत का गलत ढंग से प्रयोग करने पर एक ट्विटर यूजर ने रिप्लाई में कहा— ‘अरे बाबा बरसात का अंधा नहीं होता. कहावत में सावन का अंधा होता है. तुम बचपन में टिकटें ब्लैक करने की जगह थोड़ा पढ़ लिख लेते तो नक़ल मार के पास होने की ज़रूरत नहीं पड़ती.’ बता दें कि, सावन के अंधे को हरा-ही-हरा सूझता है लोकोक्ति (मुहावरे) का अर्थ है— अमीर या सुखी व्यक्ति समझता है कि सब लोग मजे में हैं.
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