स्वस्थ आहार लेना और स्वस्थ रहना आजकल के समय में बहुत जरूरी हो गया है. क्योंकि एक से एक खतरनाक बीमारियों ने दुनिया में जन्म ले लिया है, जो स्वस्थ से स्वस्थ व्यक्ति को भी विभिन्न कारणों से अपनी चेपट में ले रही हैं. लोगों को पता भी नहीं चलता कि वो किसी गंभीर बीमारी की चपेट में आ गए हैं. शरीर में बीमारियां तब ही लगती हैं, जब हम किसी न किसी तरह से अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही बरतते हैं. इसकी वजह से शरीर में पोषक तत्वों की मात्रा जरूरत से बहुत ज्यादा कम भी हो जाती है. पोषक तत्वों की कमी को दूर करने के लिए स्वस्थ आहार के सेवन की आवश्यकता होती है. जरूरी विटामिन और मिनरल्स ही शरीर को शक्ति प्रदान करने और रोगमुक्त रखने का काम करते हैं.
विटामिन B12 सबसे ज्यादा जरूरी पोषक तत्वों में से एक है, जो बॉडी में डीएनए सिंथेसिस, एनर्जी प्रोडक्शन और सेंट्रल नर्वस सिस्टम के कार्यों में मदद करता है. B12 कई खाद्य पदार्थों में पाया जाता है.
विटामिन B12 की कमी के लक्षण
थकान
सांस लेने में कठिनाई
त्वचा का पीला पड़ना
चक्कर आना
दिल की धड़कन में बदलाव होना
वजन का घटना
हाथ-पैर सुन्न पड़ना या झनझनाहट होना
मांसपेशी में कमजोरी आना
भूलने की समस्या
विटामिन B12 ज्यादातर मांस या अंडे तथा दूध में पाया जाता है. आप चाहें तो इन खाद्य पदार्थों को अपने भोजन का हिस्सा बना सकते हैं. हालांकि अगर आप शाकाहारी हैं तो बेहतर स्वास्थ्य के लिए अनाज और पौष्टिक खमीर वाले आहार का सेवन कर सकते हैं.
विटामिन B12 की कमी का ट्रीटमेंट आमतौर पर साइनोकोबालामिन के साथ किया जाता है. विटामिन की कमी के कारणों के आधार पर मरीज को इलाज की जरूरत होती है. कई बार कमी दूर न होने पर इसका इलाज लंबा भी चल सकता है. विटामिन B12 के लिए उपलब्ध ट्रीटमेंट में विटामिन बी12 ओरल मेडिकेशन, विटामिन B12 इंट्रामस्क्युलर इंजेक्शन (एक डोज़ जो मांसपेशियों में जाती है), विटामिन B12 नज़ल जेल और विटामिन B12 नज़ल स्प्रे शामिल हैं.
शरीर से विटामिन B12 की कमी को दूर करने के लिए खाने की कुछ आदतों में सुधार करने की जरूरत होती है. हेल्थ एक्सपर्ट अंडे, सोयाबीन, दूध, दही, पनीर, जई, हरी सब्जियां, सेलमन फिश और लॉबस्टर फिश खाने की सलाह देते हैं, क्योंकि ये विटामिन B12 से भरपूर होते हैं.
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