बच्चों से लेकर बड़ों तक मेवा में किशमिश सभी को पसंद आती हैं. इसका खट्टा मीठा स्वाद मुंह में पानी ला देता है. किशमिश सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं होती बल्कि ये पोषक तत्वों से भरपूर होती है. ये एक ऐसा ड्राईफ्रूट है जो ज्यादातर घरों में आसानी से मिल जाता है. व्यंजनों का स्वाद और खूबसूरती किशमिश से बढ़ जाती है. हालांकि कई लोग किशमिश खरीदते वक्त रंग के चुनाव को लेकर कंफ्यूज होते हैं. ये समझना मुश्किल हो जाता है कि कौन से रंग की किशमिश खरीदें.
काली किशमिश (Black Raisins)- काली किशमिश को काले अंगूर को सुखाकर तैयार किया जाता है. ये ज्यादातर घरों में इस्तेमाल की जाती है. काली किशमिश बालों के लिए बहुत फायदेमंद होती है. इससे बालों के झड़ने की समस्या कम होती है.
ज़ांटे करंट्स (Zante Currants)- ये काली किशमिश का ही एक प्रकार होती है जो खाने में बहुत मीठी नहीं होती है. इस किशमिश में थोड़ा तीखापन होता है. ये आकार में छोटी होती है. गल की खराश को दूर करने और इम्यूनिटी बढ़ाने में ये मदद करती है.
सुल्ताना किशमिश (Golden Raisins)- सुनहरी किशमिश को तुर्की के हरे अंगूरों से तैयार किया जाता है. इसे सुल्तानास किशमिश भी कहते हैं. बिना बीज के थॉम्पसन अंगूर से इसे तैयार किया जाता है. ये दूसरी किशमिश से शेप में थोड़ी छोटी होती है.
लाल किशमिश (Red Raisins)- लाल किशमिश को लाल रंग के अंगूर से तैयार किया जाता है. ये खाने में काफी टेस्टी लगती हैं. इससे डायबिटीज का खतरा कम होता है.
हरी किशमिश (Green Raisins)- पतली और लंबी शेप की हरी किशमिश खाने में काफी टेस्टी लगती है. इसे हरे अंगूर से तैयार किया जाता है. ये सॉफ्ट और फाइबर से भरपूर होती है. हरी किशमिश हार्ट को हेल्दी रखने और एनीमिया की समस्या को दूर करने में मदद करती है. इससे पाचन अच्छा होता है.
मुनक्का (Munakka )- मुनक्का भी किशमिश का ही रूप होता है. ये सूखे अंगूर होते हैं, जो किशमिश से बड़े होते हैं. मुनक्का के अंदर बीज होता है. मुनक्का पेट के लिए बहुत फायदेमंद होता है.
यह भी पढे –
क्या आपने कभी सोचा है कि गुस्सा आने का बायोलॉजिकल कारण क्या होता है