बच्चे हो बड़े हो या बुजुर्ग, हर कोई नाश्ते में अंडा खाना पसंद करता है. विशेषकर अगर मौसम सर्दियों का हो तो इनका महत्व और बढ़ जाता है. सर्दियों में अंडे न केवल शरीर को गर्माहट प्रदान करते हैं बल्कि, दिनभर एनर्जी भी बनाए रखते हैं. अंडो को लेकर लोगों के मन में ये सवाल रहता है कि आखिर भूरा अंडा या सफेद अंडा, कौन सा सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद है.
अंडे का रंग मुर्गी के पंख के रंग से निर्धारित होता है. यदि मुर्गी भूरे पंख की होगी तो उसके अंडे भूरे होंगे. वहीं, अगर सफेद पंख वाली मुर्गी है तो उसके अंडे सफेद होंग.
इंडियन डायटेटिक एसोसिएशन की डॉ. मिकिता गांधी ने कहा कि अंडों का पोषण प्रोफाइल कमोबेश एक जैसा ही है. इनमें पूर्ण प्रोटीन है और कैलोरी की मात्रा कम होती है. अंडे में कुछ विटामिन और खनिज जैसे कोलीन, फोलेट, आयरन, जिंक, विटामिन बी 12, विटामिन ए और सेलेनियम नामक पोषक तत्व पाए जाते हैं. उन्होंने कहा कि अंडे का पोषण इस बात पर निर्भर करता है कि मुर्गी किस वातावरण में रह रही है.
ज्यादातर लोग सफेद अंडो के बजाय ब्राउन अंडे खाना पसंद करते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यह स्वस्थ और जैविक हैं. मिकिता गांधी ने कहा कि खोल के रंग की परवाह किए बिना पोषण प्रोफाइल दोनों ही प्रकार के अंडों में एक समान है. सफेद अंडो के बजाय भूरे रंग के अंडे ज्यादा महंगे इसलिए होते है क्योंकि भूरे रंग के अंडे देने वाली मुर्गी की नस्ल बड़ी और कम अंडे देने वाली होती है. इस वजह से इसकी सेल्लिंग कॉस्ट बढ़ जाती है जिसकी वजह से ये महंगे बिकते है.
अंडे ताज़ा होने चाहिए
अंडे फ्रिज में रखे होने चाहिए. डॉक्टर ने ये सुझाव दिया कि अगर अंडे बाहर रखे गए हैं तो इनसे बचना चाहिए
कुल मिलाकर कहें तो, अंडों के रंग के बजाय मुर्गी के डाइट में अंडों की पौष्टिकता निर्भर करती है. यदि मुर्गियां हमेशा सूर्य के संपर्क में रहती हैं और अच्छा खाना खाती हैं तो उनके अंडे ज्यादा पौष्टिक होंगे.
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