खाने और स्नैक्स में मिठास लाने के लिए किशमिश एक स्वादिष्ट और स्वस्थ उपाय है. खीर और हलवे में इस ड्राय फूड का आमतौर पर इस्तेमाल किया जाता है. इसके अलावा इसे सूखा भी खाया जा सकता है. किशमिश उन लोगों के लिए एक बेहतर ऑप्शन है, जो आसान तरीके से अपने आहार में ज्यादा पोषक तत्व जोड़ना चाहते हैं. किशमिश में आयरन, प्रोटीन और फाइबर पाया जाता है. इसलिए इसे खाने से शरीर को कई फायदे मिलते हैं. हालांकि क्या किशमिश का सेवन उन लोगों को करना चाहिए, जिन्हें मधुमेह यानी डायबिटीज है?
डायबिटीज से पीड़ित लोग अपने आहार में किशमिश को शामिल कर सकते हैं, लेकिन कम मात्रा में. किशमिश में सभी फलों की तरह प्राकृतिक चीनी और कार्बोहाइड्रेट होता है. इसलिए इसे संतुलित भोजन के रूप में शामिल किया जा सकता है. अपनी प्राकृतिक चीनी के अलावा, किशमिश फाइबर, विटामिन और खनिजों का भी एक अच्छा सोर्स है.
किशमिश विटामिन और खनिजों जैसे पोषक तत्वों का एक अच्छा सोर्स है. इसमें आयरन भी शामिल होता है, जो पूरे शरीर में ऑक्सीजन ले जाने के लिए जरूरी है. किशमिश में कैल्शियम, पोटेशियम और बोरान जैसे बाकी जरूरी पोषक तत्व भी होते हैं.
किशमिश में घुलनशील फाइबर जैसा एक फाइबर होता है, जो पेट को साफ रखने और पाचन तंत्र को ठीक से काम करने में मदद करता है. घुलनशील फाइबर कार्बोहाइड्रेट के पाचन को धीमा करने में भी सहायक है, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है.
किशमिश में ज्यादा मात्रा में फाइबर होते हैं. ये बढ़े हुए वजन को घटाने में कारगर साबित होता है. अध्ययनों से पता चला है कि जो लोग ज्यादा फाइबर वाला आहार खाते हैं, उनके शरीर का वजन कम रहता है और किशमिश आहार में ज्यादा फाइबर जोड़ने का एक सुविधाजनक और स्वादिष्ट विकल्प है.
किशमिश में एंटीऑक्सिडेंट और बाकी पौधों के यौगिक होते हैं, जो दिल के स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद कर सकते हैं. कुछ शोध बताते हैं कि किशमिश खाने से ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने और हृदय से जुड़ी बीमारियों के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है.
किशमिश बोरॉन का एक अच्छा सोर्स है. ये एक ऐसा खनिज है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है. बोरॉन हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक है और ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे को कम करने में भी कारगर साबित हो सकता है.
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