भारतीय रसोई में पाया जाने वाला घी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. इसमें पकवानों का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ शरीर की कई दिक्कतों को दूर करने वाले तमाम गुण मौजूद होते हैं. औषधीय उपचार में भी घी का खूब इस्तेमाल किया जाता है. हालांकि कुछ लोग मानते हैं कि घी खाने से वजन बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है. क्योंकि इसमें सेचुरेटेड फैट पाया जाता है. कुछ अन्य लोग यह मानते हैं कि घी वजन घटाने में मदद करता है. इसलिए वेट लॉस की कोशिश कर रहे लोग इसका बेझिझक सेवन कर सकते हैं. अब सवाल उठता है कि असल सच्चाई क्या है. आइए जानते हैं…
क्या घी वजन घटाता है या बढ़ाता है?
आपने ऐसे कई लोगों को देखा होगा जो घी से सिर्फ इसलिए परहेज करते हैं, क्योंकि वह मानते हैं कि इससे वजन बढ़ता है. जबकि ऐसा बिल्कुल भी नहीं है. एक्सपर्ट के मुताबिक, घर के बने शुद्ध देसी घी में जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो आपकी कई शारीरिक दिक्कतों की छुट्टी कर सकते हैं. जबकि बाजार वाले घी में पोषक तत्वों की मौजूदगी घर के बने घी की तुलना में कम होती है. अगर घी का सीमित मात्रा में सेवन किया जाए तो ये हेल्दी डाइट का हिस्सा हो सकता है और वेट लॉस में भी हेल्प कर सकता है.
घी वजन घटाने में कैसे करता है मदद?
घी में मौजूद फैट सॉल्यूबल विटामिन वजन घटाने में मदद करते हैं. ज्यादा वेजिटेबल ऑयल्स डाइजेशन प्रोसेस को स्लो कर देते हैं. लेकिन घी में मौजूद फैट डाइजेशन को स्टीमुलेट करता है और पोषक तत्वों के बेहतर अवशोषण में मदद करता है.
जिन लोगों को लैक्टोज इनटॉलेरेंस हैं या जिन्हें डेयरी प्रोडक्ट को डाइजेस्ट करने में दिक्कत होती है. उनके लिए घी बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें कैसिइन और लैक्टोज की कमी होती है.
घी में जरूरी अमीनो एसिड मौजूद होते हैं, जो फैट सेल्स के संकुचन को बढ़ावा देते हैं.
घी सूजन को रोकने में भी मदद करता है. ऐसा माना जाता है कि घी में ब्यूटिरिक एसिड और मीडियम-चेन ट्राइग्लिसराइड्स (MCT) की मौजूदगी पाई जाती है, जो पेट की जिद्दी चर्बी को मेटाबोलाइज़ करने का काम करती है.
कुल मिलाकर रोजाना घी का सेवन किया जा सकता है. जो लोग वेट लॉस करने की कोशिश कर रहे हैं, वो भी रोजाना सीमित मात्रा में इसका सेवन कर सकते हैं. घी का रोजाना 3 चम्मच तक सेवन किया जा सकता है.
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