दालचीनी एक ऐसा मसाला है, जिसका उपयोग आपको सालभर करना चाहिए. हर मौसम और ऋतु में यह मसाला शरीर (Body) को स्वस्थ (Healthy) रखने का कार्य करता है. यह अपने आप में एक औषधि है, जो अलग-अलग चीजों के साथ उपयोग करने पर इनके गुणों में वृद्धि करती है और रोगों (Diseases) को भी दूर करती है. जैसे, केले की चाय (Banana Tea) में दालचीनी (Dalchini) का उपयोग करने पर अलग लाभ मिलते हैं तो शहद के साथ इसका सेवन करने पर अलग लाभ मिलते हैं.
एक स्वस्थ व्यक्ति को एक दिन में एक टी-स्पून से अधिक दालचीनी पाउडर का उपोयग नहीं करना चाहिए. यदि आप पाउडर के रूप की जगह दालचीनी को लकड़ी के रूप में उपयोग करते हैं तो एक दिन में आधा से एक इंच लंबी लकड़ी से अधिक उपयोग ना करें.
दालचीनी के फायदे
दालचीनी के सेवन से हृदय रोगों से बचाव होता है.
दालचीनी खाने से सांस संबंधी रोग हावी नहीं हो पाते.
कोलेस्ट्रोल की समस्या से बचने के लिए दालचीनी का सेवन करन चाहिए.
पीरिड्स पेन की समस्या से बचने में दालचीनी बहुत लाभकारी है.
शरीर को दर्द को दूर करने में दालचीनी प्रभावी भूमिका निभाती है. आप भोजन में इसका उपयोग करें.
गठिया के रोगियों को दालचीनी का उपयोग दैनिक आहार में करने से लाभ होता है.
दालचीनी के सेवन से बाल लंबे और घने बनते हैं.
दालचीनी का नियमित उपयोग त्वचा संबंधी बीमारियों जैसे, ऐक्ने, पिंपल, एग्जिमा इत्यादि से बचाव करता है.
दालचीनी के नुकसान
भोजन में दालचीनी का अधिक उपयोग पेट में जलन की वजह बन सकता है.
दालचीनी का अधिक सेवन महिलाओं को गर्भ संबंधी समस्या दे सकता है.
गर्भवती महिलाओं के साथ ही बच्चों को स्तनपान (Breastfeeding) कराने वाली महिलाओं को भी दालचीनी का अधिक सेवन नहीं करना चाहिए.
कुछ लोगों को दालचीनी (Cinnamon) से एलर्जी (allergy) की समस्या हो सकती है. यदि ऐसा है तो आपको इसके उपयोग से बचना चाहिए.
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