सिर दर्द एक आम समस्या है जो हर किसी को किसी भी वक्त हो सकती है. सिर दर्द का नाम लेते ही जह्न में एक मशहूर गाना याद आ जाता है. वह है ‘सर जो तेरा चकराये या दिल डूबा जाए, आजा प्यारे पास हमारे क्यों घबराए’…इस गाने में एक्टर जॉनी वॉकर जिस तरीके से सर पर तेल से चंपी करने के फायदे बता रहे हैं. वह सुनने लायक है. जब भी सिरदर्द होता है तो ऐसे में लगता है कि बस एक बार कोई तेल से अच्छा सा मसाज कर दे. ताकि सारा दर्द एक बार में छू मंतर हो जाए. लेकिन सवाल यह उठता है कि जिस सिर दर्द को हम मामूली समझकर छोड़ देते हैं . या ये समझते हैं कि तेल की एक मालिश के बाद ठीक हो जाएगा असल में वह कितना ज्यादा खतरनाक हो सकता है.
सिर या गर्दन के किसी भी पार्ट में होने वाले दर्द को आप माइग्रेन, टेंशन, क्लस्टर सिरदर्द से जोड़कर देख सकते हैं. बार-बार होने वाले सिरदर्द आपके पर्सनल से लेकर प्रोफेशनल लाइफ तक को प्रभावित कर सकता है. जिन लोगों को खतरनाक वाले सिर में दर्द होते हैं वह डिप्रेशन का भी शिकार हो सकते हैं. रेगुलर सिरदर्द आपके शरीर में दूसरी मुश्किल भी खड़ी कर सकती है जैसे- उल्टी, मतली आदी.
सिरदर्द कई तरह के होते हैं लेकिन 4 सबसे महत्वपूर्ण है. जो सबसे ज्यादा लोगों को होते हैं.
इस तरह के सिरदर्द में चेहरे और गर्दन पर दर्द होता है. ऐसे सिरदर्द में देखने और सुनाई देने में काफी ज्यादा दिक्कत होती है. इसके अलावा, दर्द के साथ मतली और धुंधली दिखाई देती है.
इसमें सिर में एक तरफ और आंख के आसपास केंद्रित दर्द होता है. इस दर्द में पुतली छोटी और नाक बहने लगती है. ऐसे दर्द में कभी-कभी आंख के एक तरफ लाल हो जाता है.
साइनस के होने पर सिरदर्द में चेहरे, माथे, साइनस, आंख और कान में दर्द होता है. कुछ लोगों के नाक बहने, खुजली, चेहरे पर सूजन, बुखार हो जाता है.
इस तरह के सिर दर्द में आंख के ऊपर दर्द होने लगता है. सिर के दोनों तरफ दर्द होने लगता है.
सिरदर्द के कई दर्दनाक कारण हो सकते हैं.सिर दर्द कई गंभीर कारणों से भी हो सकते हैं तो कुछ आपके गलत खानपान और खराब रूटीन की वजह से भी हो सकती है.
तेज बुखार, खांसी-सर्दी से पीड़ित हैं तो आपको सिर दर्द हो सकता है. बुखार और खांसी होने पर नसों और मांसपेशियां ट्रिगर हो सकती है.
टेंशन सिरदर्द का एक महत्वपूर्ण कारण हो सकता है. इससे डिप्रेशन का भी खतरा रहता है. इसके पीछे का कारण दवा का ओवरडोज और शराब पीना भी बताया जाता है. सोने के पैटर्न में बदलाव और अधिक दवा खाना भी सिरदर्द का कारण बन सकता है.
तेज गंध, धुएं,भी सिर दर्द का कारण बन सकता है.
अगर किसी बच्चे के माता-पिता को माइग्रेन की दिक्कत है तो लाजमी है कि एक समय के बाद उनके बच्चे को भी हो जाएगी.
रोजाना होने वाले सिर दर्द नॉर्मल है
ट्रेवल, सफर के दौरान होने वाले सिर दर्द नॉर्मल हो सकते हैं. लेकिन कुछ सिर दर्द काफी लंब समय तक रहते हैं. इसके पीछे का कारण-नींद की कमी, भूख,ज्यादा शराब पीना, कैफीन का सेवन,तनाव, डिहाइड्रेशन, तेज रोशनी, आवाज से भी सिर में दर्द हो सकती है.
सिरदर्द का मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि यह स्ट्रोक है. लेकिन आपको अचानक और तेज सिरदर्द महसूस हो रहा है तो यह स्ट्रोक का संकेत हो सकता है. समय गवाएं बिना वक्त रहते हॉस्पिटल पहुंच जाए.
खूब पानी पिएं
जिन लोगों को रोजाना सिर में दर्द होता है. उन्हें खूब पानी पीना चाहिए. इससे वह एकदम हाइड्रेट रहेंगे.
जो ज्यादा शराब पीते हैं उन्हें सिर दर्द की दिक्कत ज्यादा होती है. यह वासोडिलेटर है और यह डिहाइड्रेशन के कारण होती है.
नींद की कमी के कारण भी सिर दर्द की दिक्कत शुरू होती है.ऐसा नहीं है नींद की कमी वालों को ही. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जो लोग काफी ज्यादा सोते हैं उन्हें भी सिर दर्द की समस्या से गुजरना पड़ता है.
अगर आपको काफी ज्यादा हेडेक हो रहा है तो आप माथे पर पुदीने का तेल लगा सकते हैं. साथ ही आप लैवेंडर का तेल होंठ पर लगा सकते हैं. इससे सांस और माइग्रेन की समस्या नहीं होगी.
विटामिन बी कॉम्प्लेक्स सिरदर्द के खिलाफ मदद करता है. राइबोफ्लेविन, बी12, फोलेट और पाइरिडोक्सिन जैसे सप्लीमेंट सिरदर्द को कम करते हैं.
कैफीन वाली चाय या कॉफी पिएं
चाय या कॉफी सिरदर्द को कम करने में मदद करती है. इसमें पाई जाने वाली ज्यादा मात्रा में कैफीन सिर के दर्द को कम करती है.
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