आजकल बहुत कम उम्र में लोगों को हार्ट से जुड़ी समस्याएं होने लगी हैं. 35 साल के बाद हार्ट अटैक आने के मामले पिछले कुछ समय में काफी बढ़े हैं. कई बार हार्ट अटैक का पता नहीं चलता इसीलिए इसे साइलेंट किलर भी कहा जाता है. पहला अटैक आता है और लोग इसे समझ नहीं पाते. जब दूसरा अटैक आता है तो ये और गंभीर होता है और कई बार लोगों की जान चली जाती है. हालांकि अगर आप हार्ट अटैक के लक्षणों के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं तो इसका पता लगा सकते हैं. कई बार हफ्तों या महीनों पहले से शरीर में कुछ ऐसे लक्षण दिखने लगते हैं जिससे हार्ट अटैक का पता लगाया जा सकता है.
अगर आपके हार्ट में किसी तरह की कोई परेशानी है तो ये हार्ट अटैक के संकेत हो सकते हैं. कई बार सीने में दबाव और जलन सी महसूस होती है. अगर आपको सीने में कुछ परिवर्तन लगे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.
हार्ट में समस्या होने का सबसे बड़ा संकेत हैं कि सांस लेने में तकलीफ होने लगती है. जब हार्ट ठीक से काम नहीं करता तो फेफड़ों को सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिलता, जिससे सांस लेने में परेशानी होने लगती है.
हार्ट में ब्लॉकेज होने पर दिल को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. कोलेस्ट्रॉल के धमनियों में जमने पर हार्ट तेजी से पंप करता है जिससे थकान महसूस होती है. कई बार नींद भी ठीक से नहीं आती है और रातभर सोने के बाद भी थकान महसूस होती है.
जब दिल में कोलेस्ट्रॉल जमने लगता है तो हार्ट को खून को पूरे शरीर में सही तरीके से पहुंचाने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. इससे सूजन की समस्या होने लगती है. इससे पैर के टखन, पंजे और दूसरे हिस्सों में सूजन आ जाती है. कई बार होंठ भी नीले पड़ जाते हैं.
जब हार्ट ब्लड को सही से पंप नहीं कर पाता तो दिमाग को ठीस से ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है. ऐसे में चक्कर आने की समस्या हो जाती है. कई बार सिर में दर्द होने लगता है या फिर सिर हल्का सा महसूस होता है. ये हार्ट में ब्लॉकेज के संकेत हैं.
यह भी पढे –
पपीता पेट के लिए ही नहीं स्किन के लिए भी बहुत काम की चीज है,जानिए