मौसम के अनुसार फल खाने से उनमें मौजूद पोषक तत्वों का ज्यादा से ज्यादा लाभ मिलता है. जैसा कि अब गर्मियों ने दस्तक दे दी है. ऐसे में वाटरमेलन यानी तरबूज का मौसम भी आ गया है. ये रसीला और स्वादिष्ट फल पानी की मात्रा से भरपूर होता है. यही वजह है कि ये आपके शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है. गर्मियों के मौसम में तरबूज खाने का मजा ही कुछ और होता है.
आप तरबूज को ब्रेकफास्ट के दौरान या ब्रेकफास्ट और दोपहर के भोजन के बीच खा सकते हैं. आप शाम के समय भी इसका आनंद ले सकते हैं. लेकिन रात के वक्त इसे खाने से हमेशा बचें, क्योंकि फिर ये आपका पेट खराब कर सकता है.
तरबूज विटामिन C से भरपूर होता है, जो शरीर में इम्यून फंक्शन, सेल स्ट्रक्चर और घाव भरने के लिए कोलेजन का उत्पादन करने में मदद करता है. तरबूज में विटामिन A और बीटा-कैरोटीन मौजूद होते हैं, जो स्किन को हेल्दी रखने और बालों की ग्रोथ को बढ़ावा देने में मददगार हैं.
कुछ लोगों को लगता है कि तरबूज मीठे होते हैं इसलिए इनसे वजन बढ़ सकता है. हालांकि कुछ अध्ययनों से यह पता चला है कि 100 ग्राम कच्चे तरबूज में सिर्फ 6.2 ग्राम ही चीनी होती है. इसलिए आप इसको वजन बढ़ने की चिंता किए बगैर खा सकते हैं. तरबूज में पानी की मात्रा ज्यादा होती है और साथ ही साथ फाइबर भी होता है, जिसकी वजह से आपको भोजन के बीच में भूख नहीं लगती.
तरबूज में कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं जो दिल को हेल्दी रखने का काम करते हैं. कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि तरबूज में मौजूद ‘लाइकोपीन’ कोलेस्ट्रॉल को कम करने और ब्लड प्रेशर को बनाए रखने में मदद कर सकता है. ये हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह से होने वाली ऑक्सीडेटिव डैमेज को रोकने में भी मददगार हैं. इसके अलावा, तरबूज में मौजूद एक एमिनो एसिड ‘सिट्रूलाइन’, नाइट्रिक ऑक्साइड पैदा करता है जो ब्लड प्रेशर को अचानक बढ़ने से रोकता है.
तरबूज में मौजूद ‘लाइकोपीन’ आपकी आंखों की रोशनी के लिए भी बहुत फायदेमंद है. शोध के मुताबिक, लाइकोपीन के एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण उम्र से संबंधित मॉक्यूलर डिजनरेशन को रोकने में मदद कर सकते हैं. मॉक्यूलर डिजनरेशन आंख की एक आम समस्या है, जो वृद्ध लोगों में अंधापन लाने का कारण बन सकती है.
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