जॉन हॉप्किन्स मेडिसिन वेबसाइट के अनुसार, हाल में एक स्टडी की गई. स्टडी में सामने आया कि युवा महिलाओं में भी हार्ट अटैक के मामले बढ़े हैं. वहीं, सबसे अधिक खतरा 33 से 54 साल की उम्र की महिलाओं में भी अधिक देखने को मिला है. जिन महिलाओं की उम्र 40 पार कर गई हैं.
यदि ब्लड प्रेशर की समस्या बनी हुई हो तो इसे तुरंत नियंत्रित करें. डाइट और नींद बेहतर कर इस स्थिति पर काबू पाया जा सकता है.
बॉडी मेें समय समय पर कोलेस्ट्रॉल की जांच कराते रहे. बैड कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ना चाहिए. इससे कोरोनरी आर्टरी में फैट जमा जाता है. इसका तुरंत बचाव करें.
महिलाएं इस बात का विशेष ध्यान रखें. जो डाइट वो ले रही हैं. उसमें कार्ब्स और फैट्स अधिक नहीं होना चाहिए. यह धमनियों को ब्लॉक कर सकता है. इसमें फाइबर और प्रोटीन अधिक होना चाहिए.
आजकल शहरी क्षेत्र में महिलाएं शराब और स्मोकिंग को तरजीह दे रही हैं. इससे हार्ट संबंधी दिक्कतें पैदा हो सकती हैं. हार्ट की समस्याओं को समझने के लिए जरूरी है. इसका रूटीन चेकअप कराना चाहिए.
हार्ट की गति बढ़ना, चक्कर आना, मितली आना, सांस फूलने लगना, अजीब सी बैचेनी होना, कुछ दिन पहले से बिना कारण पेट खराब होना, कमजोरी महसूस होना शामिल है.
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