पेट हमारे शरीर का ऐसा अंग है, जो सबसे अधिक डिस्टर्ब होता है और जिसमें सबसे अधिक बीमारियां होती हैं. आमतौर पर होने वाला गैस का दर्द या पाचन संबंधी दर्द या फिर महिलाओं को पीरियड्स के दौरान होने वाला पेट दर्द तो समय के साथ ठीक हो जाता है और इन पर घरेलू नुस्खे भी पूरा असर करते हैं. लेकिन कई बार पेट दर्द से हालत इतनी खराब हो जाती है कि गर्म पानी बॉटल भी मानों असर करना बंद कर देती है. इस आर्टिकल में आपको उन मुख्य कारणों के बारे में बताया जा रहा है, जो पेट में पथरी की वजह बनते हैं और साथ ही उन लक्षणों के बारे में बताया जा रहा है, जिनसे आप इस बात की पहचान कर सकते हैं कि पेट में पथरी की समस्या बढ़ रही है.
पेट दर्द शुरू होते ही जी मिचलाने लगता है या उल्टियां शुरू हो जाती हैं.
दर्द नाभि या इसके ऊपरी हिस्से से शुरू होता है और पेट में दाईं ओर पहुंते ही बहुत तेज हो जाता है.
पेट पर सूजन का होना
पेट में गैस की समस्या होना और गैस के साथ लूज मोशन या कब्ज की समस्या होना.
गैस पास करने में समस्या होना
100 से ऊपर बुखार का रहना
कई दिनों से भूख में कमी होन
पेट में पथरी होने का कोई एक प्रमुख और स्पष्ट कारण नहीं है. हालांकि हर व्यक्ति में कई अलग-अलग कारणों से यह समस्या उत्पन्न हो सकती है.
प्रोटीन युक्त डायट का अधिक सेवन
बहुत अधिक नमक वाले भोजन का सेवन
नॉनवेज अधिक खाना
पानी कम पीना
पानी में टीडीएस बहुत अधिक होना (पानी भारी होना)
सख्त और कच्चे बीजों के सब्जियों और फलों का अधिक सेवन
कुछ दवाओं का सेवन
सप्लिमेंट्स का अधिक सेवन
पेट में पथरी का उपचार
पेट में पथरी आमतौर पर दो अंगों में होती है. किडनी और पित्त की थैली यानी गॉल ब्लैडर. किडनी में होने वाली पथरी को इसके साइज के आधार पर दवाओं या ऑपरेशन के माध्यम से निकाल दिया जाता है. जबकि पित्त की थैली में होने वाली पथरी के लिए ऑपरेशन को ही बेहतर विकल्प माना जाता है.
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