शहद (Honey) का उपयोग औषधी के रूप में किया जाता है. यह जितना टेस्टी होता है, उतना ही फायदेमंद भी. शहद में हाई एंटीऑक्सिडेंट गुण पाए जाते हैं, जिनकी मदद से शरीर के टॉक्सिन बाहर निकालने में मदद मिलती है. शहद में कई प्लांट कॉम्पोनेंट्स भी होते हैं, जो शरीर को कई तरह की बीमारियों से दूर रखते हैं. शहद के इन्हीं गुणों के कारण इसकी डिमांड भी काफी है. इस वजह से बाजार में कई शहद कंपनियां आ गई हैं. इनमें कुछ नकली शहद (Fake Honey) भी बना रही हैं. जिसका साइड इफेक्ट्स भी होता है. लेकिन सबसे बड़ी समस्या यह है कि जब देखने में नकली और असली शहद एक जैसे ही होते हैं, तो आखिर इसकी पहचान की जाए तो कैसे? आइए जानते हैं असली और नकली शहद (Real And Fake Honey) की पहचान करने के कुछ घरेलू उपाय..
शहद असली है या नकली इसे चेक करने के लिए शीशे का ग्लास लें और उसमें गर्म पानी भर लें. इसके बाद इसमें एक चम्मच शहद डालें. अगर यह शहद पानी की तली में बैठ जाती है तो जान लीजिए शहद असली है लेकिन अगर यह पानी में घुल जाता है तो इसका मतलब शहद मिलावटी यानी फेक है.
आप चाहें तो आग से भी शहद की शुद्धता परख सकते हैं. सबसे पहले एक मोमबत्ती जलाएं और फिर एक लकड़ी में रूई लपेटकर उस पर शहद लगा लें. अब इसे आंच पर रखें. अगर रुई जलने लगती है, इसका मतलब शहद शुद्ध है. अगर इसे जलने में वक्त लगता है, इसका मतलब पानी मिलाकर शहद को बनाया गया है.
ब्रेड से भी आप असली और नकली शहद की पहचान कर सकते हैं. ब्रेड पर शहद को अच्छी तरह से लगाकर 5 मिनट तक के लिए छोड दें. अगर ब्रेड मुलायम या गीला हो रहा है तो इसका मतलब शहद मिलावटी है, वहीं, अगर शहद है तो ब्रेड पर शहद जैसे लगाया है, वैसा ही दिखेगा.
शहद की एक बूंद अंगूठे और उंगली के बीच में रख लें और इसके तार को देखें. अगर शहद असली है तो तार मोटा बनेगा और अंगूठे पर जमा रहेगा. मिलावटी हुआ तो पतला तार बनकर फैल जाएगा.
एक कांच के ग्लास में एक बड़ा चम्मच शहद डालकर उसमें 2-3 बूंद सिरका और थोड़ा-सा पानी डालें. 2 से 3 मिनट तक इसे छोड़ दें. अगर इसमें झाग उठ रहा है, इशका मतलब यह कि शहद शुद्ध नहीं है.
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