बिगड़ती जीवन शैली के साथ गलत खान- पान के कारण बाल झड़ने की समस्या बहुत आम सी हो गई है। हेअर फॉल की समस्या या बालो का टूटना नार्मल हो गया है, बच्चा हो या बूढ़ा सभी लोग इस समस्या से परेशान है। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए लोग क्या कुछ नहीं करते है। कुछ लोग बाजार में बिक रहे अनेक प्रकार के प्रोडक्ट का उपयोग करते है, लेकिन उसका भी बालो पर गलत इफेक्ट पड़ता है। वजन कम करने की प्रक्रिया में बालो का झड़ना नार्मल है। कुछ घरेलु उपायों को अपनाकर इनसे छुटकारा पाया जा सकता है। तो आइये जानते है ीके बारे में विस्तार से।
आइये जानते है किन कारणों से वजन कम करने के साथ बढ़ने लगता है हेयरफाल :-
क्रैश डाइटिंग के कारण :-
क्रैश डाइट का मतलब है खाने की इंटेक को कम करना। क्रैश डाइट से तेजी से वजन को कम करने के लिए किया जाता है। इस डाइट में कैलोरी इंटेक को बहुत ज्यादा कम कर दिया जाता है।इसीलिए वजन घटाने के साथ बाल झड़ने की समस्या से भी गुजरना पड़ता है.बालो के लिए जरुरी पोषक तत्वों की कमी होने से बालों की ग्रोथ भी रूक जाती है।
लो प्रोटीन का सेवन :-
शरीर के वज़न को कम करने के लिए लोग लो प्रोटीन युक्त आहार ज्यादा लेते है ।इसके कारण बालों में उपस्थित फॉलिकल्स कमज़ोर हो जाते हैं और बालों का टूटना और झड़ना कम हो जाता है। बॉडी में अगर अमीनो एसिड की कमी है तो बालों का झड़ना और टूटना तेजी से बढ़ने लगता है।
तनाव के कारन :-
पुरानी या छोटी छोटी बातों को सोच कर तनाव लेने से उसका असर हमारे बालों की ग्रोथ पर दिखता है। इससे हमारे बाल पतले होकर झड़ने लगते है। ज्यादातर होता ये है के टेंशन के कारण लोगो को भूख नहीं लगाती और लोग पूरी डाइट नहीं लेते हैं, जो बालो के लिए नुकशानदायक होता है।इतना ही नहीं मेनोपॉज, गर्भावस्था और पीसीओएस की समस्या होने पर भी हेयरलॉस से होकर गुज़रना पड़ता है।
बालों को स्वस्थ बनाने के लिए आसान उपाय :-
बालो को स्टाइलिंग से बचाये :-
बालों में ज्यादा स्टाइल बनाने के चक्कर में हम उनको कही ना कही से हानि पहुंचाते है। जिसके कारण बालों के फॉलिकल्स बहुत कमज़ोर हो जाते है, और बाल टूटने लगते है।रात को सोते समय बालों को टाइट नहीं बांधना चाहिए। इससे हेयर हेल्थ को नुकसान हो सकता है।
बाल धोने में गरम पानी का उपयोग ना करे :-
बालों को धोने के लिए मुख्यतः हमें नार्मल पानी का ही उपयोग करना चाहिए। इससे बाल मजबूत होते है।और बाल झड़ने की समस्या कम हो जाती है। गरम पानी से बाल धोने से स्कैल्प का रूखापन बढ़ जाता है, और इसके कारण डैंड्रफ की समस्या का खतरा बढ़ने लगता है।
कैमिकल युक्त बाजारू प्रोडक्ट्स से बचें:-
बालो को धोने के लिए हम बाजार से कैमिकल युक्त शैम्पू और कंडीशनर का प्रयोग करते है जो हमारे बालों की नमी को छीन लेता है। इससे बालों में फ्रीजीनेस बढ़ने लगती है। हमें अपने बालो को धोने के लिए माइल्ड शैम्पू का इस्तेमाल करना चाहिए।और रोजाना बालो को धोने से बचना चाहिए।
समय से डॉक्टर से संपर्क करें:-
अगर बालों का टूटना बंद नहीं हो रहा है तो डॉक्टर से सलाह लेना बहुत ही जरुरी हो जाता है। इससे शरीर में बढ़ने वाले हार्मोनल इंबैलेंस का भी पता लगाया जा सकता है। साथ ही पोषण की कमी को भी पूरा करने में मदद मिलती है।
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