दांतों की समस्या से आपको अवेयर करने, दांत दर्द से छुटकारा दिलाने और आपकी मुस्कान वापस लाने के लिए हर साल 9 फरवरी को National Toothache Day 2023 मनाया जाता है. वैसे तो दांत दर्द काफी आम बीमारी है. कई वजहों से दांतों में दर्द की शिकायत होती है लेकिन जब दांत का दर्द शुरू होता है तो बड़े-बड़ों की हालत पतली हो जाती है. तब ओवर-द-काउंटर ट्रीटमेंट कराने की कोशिश की जाती है. बचपन में ही हमें दातों के ख्याल रखने, साफ-सफाई करने संबंधी कई छोटी-छोटी बातें बताई जाती हैं.
दांतों में सड़न होने के कारण दांत टूटने लगते हैं. इस वजह से पहले हल्का-हल्का दर्द होता है लेकिन बाद में यह काफी तेज हो जाता है. जब दांतों में सड़न पैदा करने वाले बैक्टिरिया दांतों के नर्व तक पहुंच जाते हैं तो असहनीय पीड़ा होती है. जिसका ट्रीटमेंट रूट कैनाल से होता है.
आपके मसूड़ों में अगर संक्रमण है तो ये दांतों के नीचे हड्डियों और लिगामेंट्स तक पहुंचकर पूरी मुंह के अंदर दर्द पैदा कर देते हैं. हमें ख्याल रखना चाहिए कि मसूड़ों में दर्द से पहले ब्लड कंट्रोल रहे. ऐसा होने पर डॉक्टर को दिखाएं.
अगर आप सही तरह से मुंह की सफाई नहीं करते हैं तो आपको गंभीर इंफेक्शन हो सकता है. यह शरीर के बाकी हिस्सों तक भी पहुंच सकता है. ऐसी स्थिति में मवाद और बैक्टीरिया कई तरह की बीमारियों को जन्म दे सकते हैं. ऐसे में आप बड़ी परेशानी में पड़ सकते हैं. हालांकि दवा से यह समस्या ठीक हो जाती है.
अक्ल के दांत यानी विजडम टूथ हमारे मुंह के सबसे आखिरी, मजबूत दांत होते हैं. यह सबसे आखिरी में निकलते हैं. यही कारण है कि इन्हें मुंह में पूरी जगह नहीं मिल पाती. जब ये दांत आते हैं तो बाकी के दांतों को भी पुश करते हैं. इस वजह से मसूड़ों पर भी दबाव बनता है और दांतों में दर्द, मसूड़ों में सूजन और असहजता की शिकायत होने लगती है.
किसी दुर्घटना की वजह से अगर दांत टूटता है तो यह भी काफी असहनीय पीड़ा लेकर आता है. ऐसा होने पर ब्लीडिंग और सूजन की समस्या भी होती है. एथलीट या कई प्रोफेशन में दांत टूटना काफी सामान्य भी होता है लेकिन दर्द तो होता ही है.
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