लोग सोचते हैं कि हाल ही में बनी माँ और उसके बच्चे को बहुत दिनों तक घर में ही रहना चाहिए। जबकि ऐसा करने के लिए डॉक्टर के परामर्श की आवश्यकता नहीं होती है। तो आप बच्चे को कभी भी बाहर ले जाना शुरू कर सकती हैं? खैर इससे संबंधित कई सवालों के जवाब यहाँ बताए गए हैं, आइये जानते है:-
कुछ लोग सोचते हैं कि बच्चों को घर के भीतर हेल्दी व कम्फर्टेबल वातावरण में ही रहना चाहिए पर डॉक्टर कुछ अन्य चीजों की ही सलाह देते हैं। डॉक्टर के अनुसार बच्चे को घर से बाहर ले जाना उसके लिए फायदेमंद है। बच्चे को घर से बाहर ले जाने के कुछ फायदे निम्नलिखित हैं, जैसे;
बच्चे को थोड़ी देर के लिए घर रसे बाहर धूप में ले जाने से उसे विटामिन डी मिलता है। यह बढ़ते बच्चे की हड्डियों के लिए फायदेमंद है।
बच्चे के साथ घर से बाहर घूमने से माँ को भी फायदे मिलते हैं क्योंकि इससे पोस्टपार्टम डिप्रेशन से लड़ने में मदद मिलती है। इससे माँ को खुश और सकारात्मक महसूस करने में मदद मिलती है जिससे वह बच्चे की अच्छी देखभाल कर पाती है।
यदि बच्चा प्रीमैच्योर है, उसे इम्युनिटी से संबंधित समस्याएं हैं या अन्य कोई समस्या है जिसके कारण घर के भीतर रहने की जरूरत है तो जब तक डॉक्टर न कहें तब तक आप खुद व बच्चा दोनों घर में रहें। जब भी आपको लगता है कि बच्चा अब बाहर जाने के लिए तैयार है तभी आप उसे घर से बाहर घुमाने लेकर जाएं।
बच्चे को पहली बार घर से बाहर ले जाने में पेरेंट्स को अक्सर चिंता होती ही है। बच्चे को घर से बाहर ले जाते समय आपकी चिंताओं को कम करने के लिए यहाँ कुछ टिप्स बताए गए हैं, आइए जानें;
बच्चे को घर से बाहर ले जाते समय उसे उचित कपड़े पहनाना बहुत जरूरी है। सर्दियों में बच्चे को बहुत सारी लेयर वाले कपड़े पहनाने चाहिए ताकि उसके पैर, हाथ और सिर अच्छी तरह से ढके रहें। गर्मियों के दौरान दोपहर में बाहर निकलने से बचें और उसे ढीले व कॉटन के कपड़े पहनाएं।
आप बच्चे के साथ कितनी देर तक बाहर हैं इससे फर्क नहीं पड़ता है पर आप साथ में उसका बैग ले जाना न भूलें जिसमें उसकी सभी आवश्यक चीजें रखी होनी चाहिए, जैसे डायपर, बर्प क्लॉथ, चेंजिंग शीट, ब्रेस्टफीडिंग कवर आदि। इस बात का ध्यान रखें कि बाहर जाने के लिए बच्चे के बैग में सभी आवश्यक चीजें हों व बैग छोटा होना चाहिए।
आप जब भी न्यू बॉर्न बेबी को पहली बार बाहर ले जाने का प्लान बनाएं तब आप उसके साथ कहीं पास में ही जाएं पूरे दिन की ट्रिप का प्लान बनाने से बचें। एक बार जब बच्चा कम्फर्टेबल महसूस करने लगे तो आप दूर जाने का प्लान भी बना सकती हैं। पहले दिन आप बच्चे को पार्क में ले जाएं या उसके साथ ऐसे ही कहीं घूमने जाएं।
इस बात पर कोई शक नहीं है कि जन्म के बाद कुछ महीनों तक बच्चे की इम्युनिटी बहुत कमजोर रहती है और उसे कहीं भी ले जाने से अलग-अलग लोग संपर्क में आएंगे जिसकी वजह से कीटाणुओं के संपर्क में आने का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए आप बच्चे को भीड़ वाली जगहों पर ले जाने से बचें।
न्यू बॉर्न बच्चों की त्वचा बहुत सेंसिटिव होती है और उन्हें सीधे धूप में ले जाने से सनबर्न भी हो सकता है। बच्चों के लिए सूर्य की किरणें अच्छी होती हैं पर इस बात का ध्यान रखें कि आप उसे सीधे धूप में न ले जाएं ताकि कड़ी धूप का असर बच्चे की त्वचा पर न पड़े।
इस फैक्ट को समझना इतना कठिन नहीं है कि बच्चों को बीमार लोगों से दूर रखना चाहिए क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम मजबूत नहीं होता है। इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि आप बच्चे को बीमार लोगों से दूर ही रखें। यदि आप नियमित जांच के लिए बच्चे को अस्पताल भी ले जाती हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि वह बीमार बच्चों के संपर्क में न आए।
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