गर्मी के मौसम में घमौरी से हर कोई परेशान रहता है. ज्यादा गर्मी धूप में रहने से अक्सर घमौरी की शिकायत हो जाती है. इसमें त्वचा पर लाल-लाल, छोटे-छोटे दाने हो जाते हैं. ये दाने आमतौर पर गर्दन और छाती के ऊपरी भाग पर होते हैं. कई बार कमर के पास नीचे, कोहनी के पास भी हो जाते हैं. इसका मुख्य कारण पसीने की ग्रंथियों में रुकावट को माना जाता है मेडिकल भाषा में इसे मिलियारिया के नाम से जाना जाता है.इसके अलावा पसीने के कारण और भी समस्या हो जाती है.
मुल्तानी मिट्टी त्वचा के लिए काफी लाभकारी होते हैं. इसके इस्तेमाल से गर्मी के कारण होने वाले हीट रैश को कम किया जा सकता है. मुल्तानी मिट्टी में एंटीमाइक्रोबियल्स गुण मौजूद होते हैं, यह फंगस, बैक्टीरिया, वायरस और परिजनों को पनपने से रोकते हैं.
एक या दो चम्मच मुल्तानी मिट्टी लीजिए, इसमें जरूरत के मुताबिक पानी मिलाइए और पेस्ट बनाकर प्रभावित जगह पर लगा लीजिए.15 मिनट बाद जब ये सूख जाए तो ठंडे पानी से धो लें. हफ्ते में 4 दिन इस तरह से आप करते हैं तो आपको घमौरी से राहत मिल सकती है.
चंदन पाउडर भी घमौरियों पर लगाने से आराम मिल सकता है. चंदन में भी एंटीमाइक्रोबॉयल गुण होते हैं जिसे घमौरी कम करने के लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है. ये गुण घमौरी का कारण बनने वाले बैक्टीरिया से लड़ने में मदद कर सकता है.
दो चम्मच चंदन पाउडर में 4 से 5 चम्मच गुलाब डाल कर पेस्ट बना लीजिए. इस लेप को प्रभावित हिस्से पर लगाइए. 10 से 15 मिनट बाद आप इसे ठंडे पानी से धो लें. सप्ताह में दो से तीन बार इसका इस्तेमाल किया जा सकता है. इससे काफी फायदा मिल सकता है.
घमौरी से राहत पाने के लिए आप दही का इस्तेमाल कर सकते हैं. दही में भी एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो बैक्टीरिया से लड़ने में सक्षम होते हैं. इसके लिए एक कटोरी में दही ले लें और इसे थोड़ा सा चला लीजिए. अब इस पेस्ट को प्रभावित हिस्से पर लगाइए 15 से 20 मिनट बाद इसे पानी से धो लीजिए. रोजाना दिन में एक बार इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.
त्वचा के लिए एलोवेरा से अच्छा तो और कुछ हो ही नहीं सकता. इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो बैक्टीरिया से लड़ने में मदद कर सकते हैं. इससे त्वचा में ठंडक भी पहुंचती है ऐसे में घमौरियों पर इसका इस्तेमाल आप को राहत दिला सकता है. इसके लिए आप दो चम्मच एलोवेरा जेल ले लें और इसे प्रभावित जगह पर लगा हुआ छोड़ दें.
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