स्किन पर डार्क स्पॉट होना एक बहुत ही चिंताजनक स्थिति होती है. कई लोगों को इसकी वजह से निराशा महसूस होती है. डार्क स्पॉट कई कारणों से चेहरे पर उभर जाते हैं, जैसे सूरज के कॉन्टैक्ट में आने से, हार्मोनल चेंजेस, दवाएं, सूजन, पिंपल्स के निशान या उम्र बढ़ने के कारण आदि. डार्क स्पॉट को छुपाना आसान नहीं होता. क्योंकि ये चेहरे पर साफ-साफ उभकर आ जाते हैं.
सूर्य की हानिकारक UV किरणों के कॉन्टैक्ट में आने से स्किन के अलग-अलग हिस्सों पर काले धब्बे या डार्क स्पॉट हो जाते हैं. सूरज से होने वाले नुकसान से बचने के लिए यह जरूरी है कि घर के अंदर भी सनस्क्रीन लगाया जाए.
स्किन की कंडीशन और बीमारियां भी चेहरे पर डार्क स्पॉट का कारण बन सकती हैं. कुछ दवाएं भी स्किन को सेंसिटिव बना देती हैं, जिससे काले धब्बे हो जाते हैं.
एक्जिमा, पिंपल्स, एलर्जी रिस्पॉन्स और बाकी स्किन प्रॉब्लम्स की वजह से त्वचा में सूजन होने या चोट लगने से भी डार्क स्पॉट हो सकते हैं.
पिंपल्स या ब्रेकआउट से स्किन पर डार्क स्पॉट बन सकते हैं. उन्हें फैलने से रोकने के लिए इन्हें छूने से बचना जरूरी है.
एजिंग एक ऐसा कारक है, जो स्किन पर डार्क स्पॉट पैदा कर सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि स्किन समय के साथ अपनी लोच खोती चली जाती है. हालांकि एंटी-एजिंग क्रीम के इस्तेमाल से बढ़ते उम्र के प्रभाव को कम किया जा सकता है.
विटामिन C एक ऐसा घटक है, जो पिंपल्स के कारण होने वाले डार्क स्पॉट्स को मिटाने में हेल्प कर सकता है. चेहरे पर से डार्क स्पॉट रीमूव करने के लिए विटामिन C का इस्तेमाल करना सबसे अच्छे विकल्पों में से एक है.
रेटिनॉल भी काले धब्बों को दूर करने में काफी मददगार साबित हो सकता है. ये त्वचा की बनावट को बदलने, डार्क स्पॉट्स का इलाज करने और त्वचा की मरम्मत करने की क्षमता के लिए जाना जाता है.
डार्क स्पॉट्स को कम करने के लिए सनस्क्रीन लगाना सबसे प्रभावी विकल्प साबित हो सकता है. चेहरे के काले धब्बों को हटाने के लिए बाहर के साथ-साथ घर पर भी सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना चाहिए.
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