वजन घटाने के लिए जो लोग डाइटिंग करते हैं वो रोटी खाना बिल्कुल बंद कर देते हैं, लेकिन ये गलत है. लंबे समय तक रोटी नहीं खाने से सेहत पर असर पड़ता है. ऐसे में अगर आपको लगता है कि गेंहूं की रोटी खाने से वजन बढ़ता है तो आप इसकी जगह पर दूसरे आटे से बनी रोटी खा सकते हैं. ऐसे कई तरह के आटे मार्केट में मिलते हैं जिनकी रोटी वजन बढ़ाने की बजाय घटाने में मदद करते हैं. आप खाने में बाजरा, मल्टी ग्रेन, ज्वार, चोकर वाला आटा या रागी के आटे की रोटी खा सकते हैं.
डाइट और खान-पान पर ध्यान देने वाले लोग आजकल गेहूं की जगह मल्टीग्रेन आटे की रोटी खाना पसंद करते हैं. इसमें कई तरह के अनाज मिले होते हैं. मल्टीग्रेन आटे में चने का आटा भी मिलाया जाता है. जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है. अगर आप अपने रोज के गेहूं के आटे या मल्टीग्रेन आटे में चने का आटा मिक्स करके खाते हैं तो इससे ब्लड शुगर भी कंट्रोल रहता है और पौष्टिकता भी बढ़ जाती है.
वजन कम करने के लिए आप खाने में बाजरा की रोटी शामिल कर सकते हैं. इसमें 97 कैलोरी होती है और खाने के काफी देर बाद तक भूख नहीं लगती है. बाजरा की रोटी खाने से वजन कंट्रोल करने में मदद मिलती है. बाजरा की रोटी में भरपूर फाइबर और विटामिन्स होते हैं. इसे खाने से कोलेस्ट्रॉल लेवल में सुधार आता है.
गेहूं के आटे में काफी मात्रा में चोकर होता है. गेंहू के ऊपरी सुनहरे छिलके से ये चोकर बनता है. इसीलिए कुछ लोग आटे को बारीक पिसवाते हैं और छानकर इस्तेमाल करते हैं. छानने पर आटे से भूसी यानि चोकर अलग हो जाती है. लेकिन पतला होने के लिए आपको चोकर वाले आटे की रोटियां ही खानी चाहिए. चोकर वाले आटे की रोटी खाने से सेहत को कई फायदे मिलते हैं. इसमें हाई फाइबर होता है जो कब्ज को दूर करता है. इस आटे में पोटेशियम, फॉस्फोरस, कैल्शियम, सिलीनियम, मैगनीशियम, विटामिन ई और बी कॉम्प्लेक्स होता है.
मोटापा घटाने और शरीर को फिट रखने के लिए आपको गेहूं की जगह जौ-चने के आटे से बनी रोटियां खानी चाहिए. इस तरह के आटे के लिए आप 10 किलो चना और 2 किलो जौ का अनुपात बनाकर पिसवा लें. इस आटे से बनी रोटियां खाने के शरीर में कैलोरी कम जमा होंगी और आपका वजन जल्दी कम होगा.
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