गलत खानपान और लाइफस्टाइल की वजह से इसका सीधा असर हमारी शरीर पर पड़ता है. आजकल वर्क फ्रॉम होम या ऑफिस में ही घंटों बैठने के कारण मोटापा आम बात हो गई है. वहीं जंक फूड खाने से कोलेस्ट्रॉल अलग ही पूरी शरी में गडबड़ी मचाई हुई रहती है. जिसके कारण नर्व्स में प्लाक जमने लगते हैं. नसों में प्लाक जमने के कारण ब्लड सर्कुलेशन खराब हो जाता है. जिसकी वजह से हार्ट पर जोर बढ़ जाता है. जिसके कारण हार्ट फेलियर का खतरा बढ़ जाता है. आपको इन सब चीजों से बचना है तो समय-समय पर हार्ट की जांच करवाएं साथ ही सही वक्त पर सही खानपान रखें.
हार्ट फेलियर का पता लगाने के लिए ये टेस्ट जरूर करवाएं
हार्ट फेलियर से बचना है तो मरीज को यह सारे मेडिकल टेस्ट समय-समय पर जरूर करवाने चाहिए. जैसे- मरीज की हार्ट बीट, ब्लड प्रेशर ,सांस लेने की परेशानी आदि. यदि आपकी फैमिली में हार्ट का मरीज पहले से हैं तो आपको पहले से है तो आपको इससे बचने के लिए समय-समय पर टेस्ट करवाना जरूरी है.
ईसीजी
हार्ट की ठीक से जांच करने के लिए ईसीजी बेहद जरूरी है. ईसीजी के दौराम छोटे इलेक्ट्रोड छाती, पैरों, बाहों पर मशीन लगाते हैं. जिसके बाद मशीन के जरिए हार्ट बीट का रिकॉर्ड चेक किया जाता है.
छाती का एक्स-रे
इस टेस्ट के जरिए मरीज के फेफड़े और सीने के अंदर से स्कैन किया जाता है. साथ ही हार्ट और लंग्स से जुड़ी बीमारी को ठीक किया जाता है.
ब्लड टेस्ट
हार्ट में ब्लड ठीक से काम कर रहा है इसके लिए समय-समय पर ब्लड टेस्ट बेहद जरूरी है. साथ ही दूसरे मुश्किलों से बचने के लिए ब्लड काउंट, इलेक्ट्रोलाइट का लेवल और थायरॉइड फंक्शन भी चेक किया जाता है.
इकोकार्डियोग्राम
इकोकार्डियोग्राम के जरिए हार्ट की इमेज ली जाती है. साथ ही हार्ट रेट की जांच भी की जाती है. इसके लिए जरिए यह पताया लगाया जाता है कि हार्ट में ब्लड पंप किस तरह से काम कर रहा है इसका पता लगया जाता है.
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