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हाइपरटेंशन एक ऐसी समस्या है, जिससे हार्ट अटैक, स्ट्रोक, डायबिटीज जैसी कई अन्य बीमारियां भी जन्म ले लेती है. आमतौर पर इसे हाई ब्लड प्रेशर कहा जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि हाइपरटेंशन की भी कई ऐसी गंभीर स्थिति होती है जिन्हें हमें समय रहते पहचान लेना चाहिए नहीं तो यह और ज्यादा भयानक रूप ले सकती है. उन्हीं में से एक है पल्मोनरी हाइपरटेंशन है, जिसकी समस्या आजकल तेजी से बढ़ती जा रही है और यह फेफड़ों और हार्ट के दाहिने हिस्से की धमनियों को प्रभावित करता है, तो आइए हम आपको बताते हैं पल्मोनरी हाइपरटेंशन के बारे में.

क्या होता है पल्मोनरी हाइपरटेंशन
पल्मोनरी हाइपरटेंशन को मेडिकल लैंग्वेज में पल्मोनरी आर्टेरियल हाइपरटेंशन कहा जाता है. इस हाइपरटेंशन की स्थिति में फेफड़ों में मौजूद ब्लड वेसल्स श्रिंक हो जाती हैं और इसमें ब्लड फ्लो ठीक तरह से नहीं हो पाता है. यह आपके हार्ट के दाहिने हिस्से की धमनियों को भी प्रभावित करती है और आमतौर पर इसमें रक्त के थक्के जमने लगता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन में समस्या होने लगती है.

क्यों होता है पल्मोनरी हाइपरटेंशन
एक्सपर्ट्स का मानना है कि पल्मोनरी हाइपरटेंशन आमतौर पर खराब लाइफस्टाइल और खराब डाइट शेड्यूल से होता है. इसके लिए आपको लाइफस्टाइल बेहतर करना बहुत ज्यादा जरूरी है, क्योंकि कई मामलों में यह गंभीर रूप लेकर जानलेवा भी हो सकता है.

इन लक्षणों को ना करें नजरअंदाज
पल्मोनरी हाइपरटेंशन का एक सबसे बड़ा लक्षण यह है कि इससे आपके शरीर के कई हिस्सों पर नीले या भूरे धब्बे पड़ने लगते हैं.
पल्मोनरी हाइपरटेंशन की स्थिति में सीने में दबाव या दर्द का महसूस होना भी एक आम समस्या है.
चक्कर आना, बेहोश होना या थकावट महसूस करना भी पल्मोनरी हाइपरटेंशन का एक संकेत हो सकता है.
इसके अलावा पल्मोनरी हाइपरटेंशन में दिल की धड़कनों का अचानक बढ़ जाना या अचानक से कम हो जाना भी एक लक्षण हो सकता है.

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