इंटरमिटेंट फास्टिंग (Intermittent Fasting) एक प्रभावी तरीका हो सकता है वजन घटाने का, जिसमें आपको नियमित खाने के और उपवास के समय को बदलना होता है। यह तकनीक कई तरह की हो सकती है, लेकिन एक सामान्य तरीका है कि आप एक या दो दिन को अवशेष करके अन्य दिनों में खाने के समय को बदलते हैं। यह विशेष तरीके से प्रभावी हो सकता है वजन कम करने में, लेकिन पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें यदि आपके लिए यह सुरक्षित है या नहीं।आज हम आपको बताएँगे इंटरमिटेंट फास्टिंग से कैसे वजन घटा सकते।
यहाँ इंटरमिटेंट फास्टिंग का एक सामान्य पैटर्न है:
16/8 तकनीक: इस तकनीक में, आपको हर दिन 16 घंटे का उपवास करना होता है और फिर 8 घंटे के समय में खाना खाने की अनुमति होती है। आमतौर पर, यह आप रात्रि के समय में उपवास करने और फिर सुबह से शुरू होने वाले खाने के समय में खाना खाने की अनुमति देता है।
5:2 तकनीक: इस तकनीक में, आप प्रति सप्ताह दो दिन के लिए संयमित कलोरी खाते हैं (जैसे कि 500-600 कैलोरी), और अन्य दिनों में आप अपने आम आहार का पालन करते हैं।
एक रोजा तकनीक: इस तकनीक में, आप प्रति सप्ताह एक दिन अवशेष करते हैं जब आप सिर्फ जल या अन्य निर्मित कलोरी के साथ उपवास करते हैं।
इस तकनीक का उपयोग करने से पहले ध्यान देने योग्य बातें हैं:
– अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
– अपने खाने के समय और उपवास के समय को ध्यान से निर्धारित करें।
– प्रति दिन पर्याप्त पानी पिएं।
– संतुलित और पौष्टिक आहार खाएं जिसमें सभी पोषक तत्वों की समय से भरपूर मात्रा हो।
– अपने शारीर को अवशेष किए गए कलोरी की जरूरतों के अनुसार खाएं।
इंटरमिटेंट फास्टिंग एक सुगम और प्रभावी तरीका हो सकता है जो वजन कम करने में मदद कर सकता है, लेकिन यह निश्चित रूप से सभी लोगों के लिए उपयोगी नहीं होता। यह उन लोगों के लिए नुकसानदायक हो सकता है जो प्रेग्नेंट हैं, किसी और गंभीर स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं या बच्चों को नर्स कर रहे हैं। इसलिए इसे शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
यह भी पढ़ें:
क्या आप भी बचा हुआ तेल का इस्तेमाल कर रहे है, तो जानिए इसके हानिकारक प्रभाव