पत्थरचट्टा में एंटीफंगल, एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण पाये जाते हैं। इसके काढ़े का सेवन किडनी स्टोन, योनि संक्रमण, शरीर का सूजन, घाव को तेजी से भरने, कब्ज, बवासीर व कई अन्य समस्याओं को तेजी से दूर करने में मदद करते हैं।पत्थरचट्टा, जिसे अंग्रेजी में “Borage” भी कहा जाता है, एक औषधीय पौधा है जो विभिन्न बीमारियों के इलाज में मददगार हो सकता है।आज हम आपको बताएँगे पत्थरचट्टा के फायदे के बारे में।
इसके पत्ते कई बीमारियों के उपचार में प्रयोग किए जाते हैं, जैसे कि:
हार्ट के रोग: पत्थरचट्टा के पत्ते में विटामिन C, पोटैशियम, और गैमा-लिनोलेनिक एसिड होता है, जो हार्ट के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।
श्वसन विकार: पत्थरचट्टा के पत्ते का सेवन श्वसन संबंधित बीमारियों में लाभदायक हो सकता है, जैसे कि आस्थमा और ब्रोंकाइटिस।
दर्द निवारण: पत्थरचट्टा में अन्योन्य गुण होते हैं जो दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं।
पत्थरचट्टा के पत्ते का सेवन किसी भी रूप में किया जा सकता है, जैसे कि:
चाय: पत्थरचट्टा के पत्तों को चाय के रूप में प्रयोग किया जा सकता है। पत्तों को उबालकर या सुखाकर चाय बनाई जा सकती है।
सलाद: पत्थरचट्टा के पत्ते को सलाद में शामिल किया जा सकता है। यह एक स्वादिष्ट और स्वस्थ विकल्प हो सकता है।
सूप: पत्थरचट्टा के पत्तों को सूप में डालकर बनाया जा सकता है, जो उनके औषधीय गुणों को संरक्षित रखता है।
स्मूथी: पत्थरचट्टा के पत्तों को स्मूथी में मिलाकर पीना एक अन्य स्वास्थ्यप्रद विकल्प हो सकता है।
ध्यान दें कि पत्थरचट्टा के पत्तों का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना उचित हो सकता है, खासकर अगर आप किसी विशेष रोग या शारीरिक स्थिति में हैं।
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