आजकल की बिजी लाइफ में लोगों के पास एक्सरसाइज करने के लिए समय नहीं है. घर पर योगा के लिए समय नहीं निकाल पाते हैं और न ही कोई रूटीन एक्सरसाइज करते हैं. खराब शिडयूल के कारण बॉडी में हाइपरटेंशन, डायबिटीज जैसी बीमारियां पनप रही हैं. खुद को फिट रखने के लिए जरूरी है कि सबसे पहले अपनी लाइफ स्टाइल को सुधारा जाए. कोलेस्ट्रॉल की समस्या भी जीवनशैली से जुड़ी है. लेकिन कोलेस्ट्रॉल बढ़ने को लोग हमेशा हल्के में लेते हैं. लेकिन इसका नुकसान कई दफा गंभीर रूप से उठाना पड़ता है.
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की सबसे बड़ी वजह होती है कि एक्सरसाइज, मेहनत करने पर विराम लगा देना. लोग टहलना बंद कर देते हैं. अनाप शनाप डाइट में खाते हैं. फैट युक्त खाना खाने के कारण बॉडी में चर्बी जाने होने लगता है. इसका असर ब्लड वेसेल्स पर भी देखने को पड़ता है.
शराब का कोलेस्ट्रॉल से गहरा नाता है. रेग्यूलर शराब का सेवन करने वाले लोगों में कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ मिलता है. शराब वजन बढ़ाने का काम करती है. इसी कारण अनावश्यक चर्बी मांस और ब्लड वाहनियों में बढ़ने लगती है. डॉक्टरों का कहना है कि कोलेस्ट्रॉल पर काबू पाना है तो शराब छोड़ देनी चाहिए.
बहुत सारे लोग डॉक्टरों से कोलेस्ट्रॉल कम होने की सलाह लेते रहते हैं. कुछ ऑनलाइन सर्च करते रहते हैं कि कैसे कोलेस्ट्रॉल को कम किया जाए. डॉक्टरों का कहना है कि कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए रूटीन डाइट और डेली प्लान फॉलो करना होता है. नियमित रूप से एक्सरसाइज, डॉक्टर की दी गई दवा और अन्य इलाज से कोलेस्ट्रॉल पर काबू पाया जा सकता है.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सक्रिय सदस्य डॉ. संजीव अग्रवाल ने बताया कि खराब जीवन शैली के चलते कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है. यह नसों में जमने वाली फैट होती है. ब्लड वेसेल्स से रक्त हार्ट के माध्यम से शरीर के अन्य आर्गन तक पहुंचता है. लेकिन नसों में जब फैट जमने लगती है तो यह ब्लड सप्लाई में एक बाधा यानि बैरियर का काम करती है. जैसे ही ब्लड सप्लाई बाधित होती है. हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. कई बार हार्ट अटैक आ जाता है.
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