चीनी का उत्पादन करने वाली मुख्य फसलों में एक नाम गन्ने का भी शामिल है. दुनिया की 70 प्रतिशत चीनी गन्ने के इस्तेमाल से बनती है, जबकि बाकी 30 प्रतिशत चीनी का निर्माण चुकंदर की फसल से होता है. दुनियाभर में गन्ना 36 अलग-अलग किस्मों में पाया जा सकता है. इसमें जीरो फैट होता है और तो और ये पूरी तरह से नेचुरल होता है. भारत में कई लोगों को गन्ने का रस पीना बहुत पसंद होता है.आइए जानते हैं कि गन्ने का जूस पीने से स्वास्थ्य को कैसे-कैसे फायदे मिल सकते हैं.
गन्ने में मौजूद नेचुरल शुगर फ्लेवोन के साथ मिलकर ग्लाइकोसाइड्स बनाता है. ग्लाइकोसाइड्स बॉडी पर एल्कलाइन और एंटी इंफ्लेमेटरी इफेक्ट छोड़ते हैं. ये हमारे लिवर और किडनी को सोपर्ट देकर टॉक्सिन्स यानी विषाक्त पदार्थों से छुटकारा दिलाने में मदद भी करते हैं.
गन्ने का जूस आपके लीवर को मजबूत बनाने का काम कर सकता है. इसके अलावा, ये पीलिया के मरीजों के लिए भी एक हेल्दी ड्रिंक है. गन्ने के जूस में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट लिवर को इन्फेक्शन से बचाते हैं और बिलीरुबिन के लेवल को कंट्रोल में रखते हैं.
सबसे प्रमुख अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड में से एक ग्लाइकोलिक एसिड होता है जो गन्ने में पाया जाता है. यही वजह है कि गन्ने का जूस पीने से स्किन को ग्लोइंग बनाए रखने में मदद मिल सकती है.
गन्ने के जूस को अदरक के रस के साथ पीने से प्रेग्नेंट महिलाओं की मॉर्निंग सिकनेस को दूर करने में मदद मिल सकती है.
गन्ने का जूस मैग्नीशियम, कैल्शियम और आयरन का एक अच्छा सोर्स माना जाता है. इसका रोजाना सेवन करने से इम्यूनिटी को बढ़ावा मिलता है और शरीर में जरूरी मिनरल्स की कमी दूर होती है. गन्ने के जूस को पीते समय आपको एक बात का ध्यान जरूर रखना है और वो ये कि इसका सेवन बनाने के 15 मिनट के अंदर करना चाहिए.
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