जानिए,कैंसर को पैदा होने से कैसे रोक सकता है ‘पपीता’

बाकी फलों की तरह पपीते खाने के भी एक से एक कई जबरदस्त फायदे हैं. मिठास से भरपूर इस फल में कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं, जिनकी शरीर को अलग-अलग कार्यों को करने के लिए जरूरत पड़ती है. पपीते विटामिन A और C से भरपूर होते हैं. इसके रसायनों में एंटी-कैंसर और दिल को हेल्दी रखने वाले गुण मौजूद होते हैं. हजारों सालों से मनुष्य पपीते का इस्तेमाल बेहतर स्वास्थ्य और कोमल त्वचा के लिए करता आ रहा है. कुछ लोग कच्चा तो कुछ पका हुआ पपीता खाना पसंद करते हैं.

प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कच्चा पपीता खाने से परहेज करना चाहिए. क्योंकि इसमें लेटेक्स बहुत ज्यादा मात्रा में होता है, जो डिलीवरी के दौरान असहनीय दर्द का कारण बन सकता है. पपीते में कैरोटेनॉयड्स नाम के विटामिन भी होते हैं, खासतौर से लाइकोपीन. बाकी फलों और सब्जियों की तुलना में पपीते में इन विटामिनों को अब्जॉर्ब करने की क्षमता ज्यादा होती है. इसमें मौजूद मजबूत एंटीऑक्सीडेंट ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम कर सकता है और कई बीमारियों के पैदा होने की संभावना को कम कर सकता है.

कैंसर के खतरे को करता है कम!
रिसर्च के मुताबिक, पपीते में मौजूद लाइकोपीन कैंसर के पैदा होने के खतरे को कम कर सकता है. जो लोग फिलहाल कैंसर का इलाज करवा रहे हैं, उन्हें भी यह फल काफी फायदे पहुंचा सकता है. पपीता कैंसर पैदा करने वाले फ्री रेडिकल्स को कम करने का काम करता है. पपीते में कुछ खास गुण होते हैं, जो इसे बाकी फलों से अलग करते हैं. एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाने जाने वाले कम से कम 14 फलों और सब्जियों में से सिर्फ एक पपीते ने ही ब्रेस्ट कैंसर सेल्स में एंटी-कैंसर रिएक्शन दिखाया.

दिल को हेल्दी रखने में मददगार
पपीते में लाइकोपीन और विटामिन C की भरपूर मात्रा होती है, जो दिल के स्वास्थ्य को कई फायदे पहुंचा सकता है. यही नहीं, यह फल दिल की बीमारी के खतरे को भी कम कर सकता है. पपीते में काफी सारे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो जलन को कम करने में मददगार हैं. इसमें में थोड़ी मात्रा में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट सूजन की समस्या को कम कर सकते हैं.

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