लगभग हर भारतीय किचन में आपको मेथी के दाने मिल ही जाएंगे. यह एक खास मसाला है जिसका इस्तेमाल खाने में फ्लेवर बढ़ाने के साथ साथ आयुर्वेद में भी किया जाता रहा है. आयुर्वेद में मेथी दाने की मदद से ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करने, ब्रेस्ट मिल्क प्रोडक्शन बढ़ाने, मेंस्ट्रुअल क्रैम्प से छुटकारा दिलाने जैसी समस्याओं को ठीक किया जाता है.
वेरीवेलहेल्थ के मुताबिक, वैसे तो मेथी का अगर आप रोज सेवन करें तो इससे आप अपने वजन को कम कर सकते हैं. दरअसल, रोज अगर आप इसे अपने डाइट में शामिल करें और अधिक मात्रा में खाएं तो यह लोगों के भूख कम सकता है और खाने की क्रेविंग का दबा देता है.
अगर आप अधिक मात्रा में मेथी का इस्तेमाल करते हैं तो इससे ब्लड शुगर तेजी से ड्रॉप हो सकता है. ऐसे में जो लोग डायबिटीज की दवा पहले से ले रहे हैं और लो ब्लड शुगर की समस्या से जूझ रहे हैं उनके लिए मेथी का सेवन खतरनाक हो सकता है. दवा और मेथी का साथ में सेवन करने से हाइपोग्लाइसेमिया की समस्या हो सकती है.
मेथी के सेवन से ब्लड में पोटैशियम लेवल कम हो सकता है. ऐसे में जिन लोगों को लो पोटैशियम की समस्या है, उन्हें इसका सेवन बिलकुल भी नहीं करना चाहिए या डॉक्टर की सलाह के बाद ही करना चाहिए. खासतौर पर लो ब्लड पोटैशियम की समस्या को ठीक करने के लिए जो लोग दवाओं का सेवन कर रहे हैं या ‘वॉटर पिल’ ले रहे हैं, उन्हें विशेष सतर्कता रखनी चाहिए.
अगर आपको एलर्जी की समस्या रहती है तो आप मेथी का उपयोग करते समय सावधानी बरतें. अगर आप एलर्जिक है और खाने में मेथी के बीज का उपयोग करते हैं तो क्रॉस-रिएक्टिव एलर्जी प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं. खासतौर पर अगर आपके मूंगफली, छोले या धनिया आदि से एलर्जी है तो आपको मेथी के दानों से भी बचना चाहिए.
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