21 वर्षीय अमन सेहरावत ने पेरिस ओलंपिक में कुश्ती में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। वह ओलंपिक पदक जीतने वाले भारत के सबसे युवा एथलीट बन गए हैं। ये पदक यूं ही नहीं आया है, बल्कि इसके लिए उन्होंने रातभर जागकर कड़ी मेहनत की और फिर ये मुकाम हासिल किया है। दरअसल गुरुवार को जब सेमीफाइनल में अंतिम चैंपियन री हिगुची से हारने के बाद वजन मापने वाली मशीन ते अमन सेहरावत का वजन किया गया तो उनका वजन 61.5 किलोग्राम आया। मतलब 57 किलोग्राम के कांस्य पदक मुकाबले से पहले उनका 4.5 किलोग्राम वजन बढ़ गया था, ऐसे में विनेश फोगाट की तरह उनके भी डिस्क्वालिफाई करने की आशंका पैदा हो गई, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और रातभर कड़ी मेहनत के बाद करीब 10 में उन्होंने अपना 4.6 किलोग्राम वजन कम कर लिया। आइये आपको भी बताते हैं कि उन्होंने कैसे 10 घंटे में 4.6 किलो वजन घटाया।
समय बर्बाद न करते हुए शुरू किया वजन घटाओ मिशन
अमन सेहरावत गुरुवार की शाम 6:30 बजे जापान के री हिगुची के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबला हार गए थे। इस मैच के बाद वजन मापने वाली मशीन ते अमन सेहरावत का वजन किया गया तो उनका वजन 61.5 किलोग्राम आया। मतलब 57 किलोग्राम के कांस्य पदक मुकाबले से पहले उनका 4.5 किलोग्राम ज्यादा था। इसके लिए उन्होंने समय बर्बाद न करते हुए वजन कम करने का मिशन शुरू किया।
इस तरह घटाया वजन
मिशन की शुरुआत डेढ़ घंटे के मैट सेशन से हुई, जिसमें दो वरिष्ठ कोचों ने कुश्ती करवाई और उसके बाद एक घंटे का हॉट-बाथ सेशन हुआ। रात 12:30 बजे वे जिम गए, जहां अमन ने ट्रेडमिल पर एक घंटे तक लगातार दौड़ लगाई। पसीना बहाने से वजन कम करने में मदद मिली। इसके बाद उसे 30 मिनट का ब्रेक दिया गया, उसके बाद 5 मिनट के सौना बाथ के पांच सेशन हुए।
सुबह 4:30 बजे मिली सफलता
आखिरी सेशन के अंत तक अमन का वजन अभी भी 900 ग्राम अधिक था। उसे मसाज दी गई और फिर कोच ने छत्रसाल ट्रेनी को हल्की जॉगिंग करने को कहा। इसके बाद उन्होंने पांच 15 मिनट के रनिंग सेशन लिए। आखिरकार उन्हें सुबह 4:30 बजे सफलता मिली, जब अमन का वजन 56.9 किलोग्राम आया। यानी 57 किलोग्राम कैटेगिरी से 100 ग्राम कम, जिसके बाद उन्होंने और कोच ने राहत की सांस ली।
‘हम पूरी रात नहीं सोए, दिन में भी नहीं’
इन सेशन के बीच में अमन को नींबू और शहद के साथ गुनगुना पानी और थोड़ी कॉफी पीने को दी गई। अमन ने कांस्य जीतने के बाद कहा कि मैंने पूरी रात कुश्ती के मुकाबलों के वीडियो देखे। कोच दहिया ने कहा कि हम हर घंटे उसका वजन जांचते रहें। हम पूरी रात नहीं सोए, दिन में भी नहीं। वहीं, दहिया ने कहा कि वजन कम करना हमारे लिए सामान्य बात है, लेकिन पिछले दिनों जो विनेश के साथ हुआ उसके कारण तनाव था, बहुत तनाव था। हम एक और पदक नहीं गंवा सकते थे।