स्टेविया कई गुणों से भरपूर एक शानदार जड़ी बूटी है. यह चीनी की तरह मीठी होती है. इसे मीठी तुलसी के नाम से भी जाना जाता है. स्टेविया के पत्ते बिल्कुल तुलसी के पत्ते जैसे ही नजर आते हैं. तुलसी की तरह ही इसे भी आप अपने घर में आसानी से उगा सकते हैं.
जिन लोगों को चीनी से परहेज करना होता है, उनके लिए स्टेविया बेस्ट है. ऐसे लोग चीनी की जगह स्टेविया का इस्तेमाल कर सकते हैं. आप इसकी मदद से न सिर्फ चाय या कॉफी बना सकते हैं, बल्कि इसे नींबू पानी और स्मूदी में भी मिला सकते हैं.
कई लोग कॉफी और चाय में मिठास लाने के लिए स्टेविया की सूखी पत्तियों का इस्तेमाल करते हैं. स्टेविया की पत्तियों में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं. इसमें फाइबर, आयरन, प्रोटीन, पोटैशियम, सोडियम, मैग्नीशियम, विटामिन A और C जैसे जरूरी पोषक तत्व थोड़ी-थोड़ी मात्रा में पाए जाते हैं. ये सभी पोषक तत्व हमारे बेहतर स्वास्थ्य के लिए जरूरी माने जाते हैं. स्टेविया के सिर्फ इतने ही फायदे नहीं है. आइए जानते हैं कि औषधीय गुणों से भरपूर स्टेविया के और क्या-क्या फायदे हैं.
स्टेविया में कैलोरी बहुत ही कम मात्रा में होती है. एक स्टडी के मुताबिक, स्टेविया के सेवन से इंसुलिन की मात्रा पर कोई असर नहीं पड़ता है. यही वजह है कि डायबिटीज के मरीज इस पौधे की पत्तियों का इस्तेमाल कई पकवानों में आसानी से कर सकते हैं. स्टेविया शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में भी काफी मदद करती है.
इस जड़ी बूटी में पॉवरफुल एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं. ये एंटीऑक्सीडेंट इसे एक एंटी-कैंसर फूड बनाते हैं. स्टेविया में कैम्फेरोल नाम का एक एंटीऑक्सीडेंट तत्व होता है.
मीठा होने के बावजूद स्टेविया में कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है. आप इसे अपने वजन बढ़ने की चिंता किए बगैर बेझिझक खा सकते हैं. आप इसे अपने डेसर्ट या फिर कुकीज में शामिल कर सकते हैं. जिन लोगों को मीठा खाने की मनाही होती है, उन लोगों के लिए स्टेविया एक बेस्ट ऑप्शन है. क्योंकि ये आपकी चीनी की क्रेविंग को भी कम करेगा और चीनी जैसा प्रभाव भी शरीर पर नहीं डालेगा.
स्टेविया में ग्लाइकोसाइड्स होते हैं. ये शरीर से एक्सट्रा सोडियम को निकालने में हेल्प करते हैं. इतना ही नहीं, ब्लड प्रेशर के लेवल को स्टेबल रखने में भी मदद करते हैं.
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