थाली में जब तक दाल न हो खाना अधूरा सा लगता है. ज्यादातर घरों में खाने में रोज दाल और सब्जी बनती है. सर्दी, गर्मी या बारिश हो लोग हर सीजन में दाल खाते हैं. वैसे तो सभी दालें स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती हैं. लेकिन कुछ दालों को अगर सीजन के हिसाब से खाया जाए तो इसका फायदा दोगुना हो जाता है. जैसे बारिश के मौसम में उड़द की दाल खाने से बचना चाहिए. उड़द दाल काफी हैवी होती है और बादी करती है इसलिए इसे मानसून के सीजन में कम खाना चाहिए, लेकिन मूंग और मसूर की दाल को सदाबहार दाल कहा जाता है. इन्हें आप किसी भी मौसम में खा सकते हैं. आप मूंग और मसूर की दाल को अगर मिक्स करके खाते हैं तो ये और भी फायदेमंद साबित होती है.
मूंग-मसूर की मिक्स दाल को आप किसी भी मौसम में खा सकते हैं. खासतौर से बारिश के मौसम में ये मिक्स दाल पेट के लिए बहुत फायदेमंद होती है. बारिश के मौसम में हमारा पाचनतंत्र काफी कमजोर हो जाता है. जल्दी से कोई चीज डाइजेस्ट नहीं होती. ऐसे में मूंग मसूर-दाल खाने में बहुत सुपाच्य होती है. वैसे गर्मियों में ठंडी तासीर वाली चीजें खाने की सलाह दी जाती है और सर्दियों में गर्म तासीर वाली. आप चाहें तो इन दालों को मौसम के हिसाब से अलग अलग भी बना सकते हैं. मूंग की दाल की तासीर ठंडी होती है, जबकि मसूर की दाल की तासीर गर्म होती है.
वैसे तो सभी दालों को प्रोटीन का अच्छा सोर्स माना जाता है सेहतमंद और स्वस्थ रहने के लिए प्रोटीन बहुत जरूरी है. इसके अलावा प्रोटीन हमारे बाल, नाखून और शरीर में नई कोशिकाएं बनाने का काम करता है. इसलिए कहा जाता है कि खाने में रोज एक कटोरी दाल खानी चाहिए. मसूर की मिक्स दाल भी आपके शरीर में प्रोटीन की जरूरत को पूरी करती हैं. इसलिए रोज न सही तो सप्ताह में 4-5 दिन मूंग और मसूर की दाल को मिक्स करके जरूर खाएं.
जो लोग हफ्ते में 4-5 बार मूंग- मसूर की मिक्स दाल खाते हैं उन्हें कई तरह की परेशानियों से भी मुक्ति मिल जाती है. ये मिक्स दाल खाने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल कम होता है, डायबिटीज का खतरा भी कम होता है. मूंग मसूर की मिक्स दाल लो फैट का अच्छा सोर्स है जिसे खाने से हार्ट की बीमारियां दूर रहती हैं. इन दालों में काफी मात्रा में फाइबर होता है जिससे शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल कम होता है और दिल की बीमारियां कम होती हैं. इसके अलावा मूंग मसूर की मिक्स दाल में अच्छी मात्रा में आयरन और जिंक भी होता है जो आपके शरीर में खून बढ़ाने का काम भी करता है.
हाई प्रोटीन सोर्स होने की वजह से दालों को पचाना आसान नहीं होता. यही वजह है कि दिन के खाने में दाल खाने की सलाह दी जाती है. पेट की किसी तरह की परेशानी होने पर भी मूंग मसूर का दाल खाने की सलाह दी जाती है. पाचन खराब होने पर उल्टी, दस्त, पेट दर्द, कब्ज, बहदहमी, गैस, पेट फूलने जैसी समस्याएं होती हैं. ऐसे में डॉक्टर्स मूंग मसूर की हल्की दाल खाने की सलाह देते हैं. इस दाल को पतला बनाया जाए तो और भी सुपाच्य हो जाती है और तुरंत पेट को आराम पहुंचाती है.
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