हमेशा आपने देखा होगा कि महिलाएं कमर दर्द से काफी परेशान रहती हैं. ये प्रॉब्लम करीब करीब हर महिलाओं में बहुत ही कॉमन है. वहीं एक शोध में भी इस बात का खुलासा हुआ है की कमर दर्द की समस्या पुरुषों से ज्यादा महिलाओं में ही होती है. कमर दर्द होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे असंतुलित खान पान, खराब जीवनशैली, प्रेगनेंसी, पीरियड्स वगैरा-वगैरा.आइए जानते हैं महिलाओं में कमर दर्द होने के वो पांच बड़े कारण क्या है.
कमर दर्द के 5 मुख्य कारण
मेनोपॉज नेचुरल प्रक्रिया है जिससे हर महिलाओं को एक वक्त के बाद गुजरना पड़ता है. इसमें शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं. हार्मोन चेंज होते हैं.जब महिला मेनोपॉज की स्थिति में पहुंच जाती हैं तो भी उसे कमर में दर्द होना शुरू हो जाता है.मेनोपॉज में महिलाओं का एस्ट्रोजन लेवल काफी ज्यादा गिर जाता है जिस वजह से महिलाओं की हड्डियां कमजोर हो जाती है.
खराब लाइफस्टाइल भी कमर दर्द का एक बड़ा कारण है. हमेशा महिलाएं व्यायाम नहीं करती हैं, संतुलित आहार नहीं लेती हैं इसके अलावा गलत पॉस्चर में बैठने की वजह से भी कमर में दर्द शुरू हो जाता है.
प्री मेंस्ट्रूअल सिंड्रोम की वजह से भी महिलाओं को कमर दर्द की समस्या होती है. ये एक ऐसी प्रॉब्लम है जो महिलाओं को हर महीने पीरियड शुरू होने से कुछ दिन पहले प्रभावित करती है.आमतौर पर ये समस्या पीरियड्स के एक सप्ताह पहले शुरू होती है और पीरियड्स के बाद खत्म हो जाती है.
महिलाओं में कमर दर्द होने की समस्या का सबसे प्रमुख कारण स्पाइनल ओस्टियोआर्थराइटिस भी होता है. ये समस्या रीढ़ के जोड़ को जोड़ने वाली जॉइंट में क्षति होने की वजह से होती है.इसकी वजह से कमर दर्द के अलावा जांघ, पीठ और नितंबों में भी दर्द होता है.
प्रेगनेंसी में भी महिलाओं को अक्सर कमर दर्द की शिकायत बनी रहती है. गर्भावस्था के दौरान कमर दर्द होने की समस्या के पीछे शरीर के गुरुत्वाकर्षण बल का केंद्र बदलने को जिम्मेदार माना जाता है. ये समस्या पांचवे महीने के बाद और भी ज्यादा बढ़ जाता है.
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