आज के दौर में हर कोई पीठ दर्द की समस्या से परेशान है. दरअसल ऑफिस में लंबे वक्त तक गलत पॉश्चर में बैठने के चलते कई लोगों को पीठ के निचले हिस्से में दर्द का अनुभव होता है. कई बार तो ये दर्द काफी असहनीय हो जाता है और आपके कामकाज को प्रभावित करता है.लेकिन जरूरी नहीं है कि ये सीटींग जॉब के कारण होने वाला मामूली दर्द हो.ये दर्द कई गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकता है.आइए जानते हैं.लोअर पैक पेन किन बीमारियों की तरफ इशारा करता है…
हर्नियेटेड डिस्क-लोअर बैक पेन का मतलब आपको स्लिप डिस्क की समस्या भी हो सकती है स्लिप डिस्क को है हर्नियेटेड डिस्क के नाम से भी जाना जाता है. आपको बता दें कि रीढ़ की हड्डियों को सहारा देने के लिए, उन्हें लचीला बना कर रखने के लिए और चोट और झटके से बचाने के लिए छोटी-छोटी गद्देदार डिस्क होती है, अगर यह डेस्क किसी कारणवश सूज जाती है तो कमजोर पड़ने लगती है. ऐसे में उन्हें स्लिप डिस्क कहा जाता है.
किडनी में पथरी-लोअर बैक पेन किडनी में पथरी के वजह से भी हो सकता है.गुर्दे की पथरी कठोर जमाव है जो गुर्दे में बनती है और असहनीय दर्द का कारण बन सकती है.ये पीठ के निचले हिस्से तक फैल सकती है. दर्द रुक-रुक कर या लगातार हो सकता है, और इसके साथ अन्य लक्षण भी हो सकते हैं जैसे मूत्र में रक्त, बार-बार पेशाब आना और मतली. अगर आपको इन लक्षणों के साथ पीठ के निचले हिस्से में गंभीर दर्द का अनुभव होता है, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लेना चाहिए.
ऑस्टियोपोरोसिस-ऑस्टियोपोरोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, जिससे उनमें फ्रैक्चर होने की संभावना अधिक हो जाती है.यह किसी भी उम्र में हो सकता है। जैसे-जैसे ऑस्टियोपोरोसिस बढ़ता है, वर्टिब्रामें फ्रैक्चर से पीठ के निचले हिस्से में गंभीर दर्द हो सकता है.
स्पाइनल स्टेनोसिस-स्पाइनल स्टेनोसिस रीढ़ की एक गंभीर बीमारी है. इस रोग में रीढ़ की नलिकाएं यानी कि स्पाइनल कैनाल संकुचित हो जाती है. नतीजन कैनल्स के अंदर नर्व्स पर दबाव पड़ने लगता है. जिससे दर्द महसूस होता है. इस समस्या से जूझ रहे लोगों को पैदल चलकर बहुत ज्यादा दूरी तय करने में कठिनाई आती है. पेट में गंभीर दर्द होता है.
गठिया-रुमेटीइड गठिया या एंकिलॉज़िंग स्पॉन्डिलाइटिस जैसी सूजन संबंधी स्थितियां, पीठ के निचले हिस्से सहित जोड़ों में पुरानी सूजन और कठोरता का कारण बन सकती हैं. इसके कारण अक्सर पीठ के निचले हिस्से में दर्द महसूस होता है.वहीं कुछ अंदरुनी इंफेक्शन जैसे यूटीआई के चलते भी बैक पेन हो सकता है.ऐसे में इसे इग्नोर करने के बजाए तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए.
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