सोडियम जिसे हम बोलचाल की भाषा में नमक कहते हैं, यह एक बहुत जरूरी इलेक्ट्रोलाइट्स है जो शरीर के कई कामों को करने में मदद करता है. इसकी मदद से फ्लूड बैलेंस रहता है.ब्लड शुगर लेवल मेंटेन रहता है. नर्वस, मसल फंक्शन, कार्डियक फंक्शन के अलावा और भी कई काम को ये ठीक तरीके से करने में मदद करता है, लेकिन वो कहते हैं ना कि जरूरत से ज्यादा कोई भी चीज हानि पहुंचाती है.
ज्यादा नमक के सेवन से पेट फूलने की समस्या हो सकती है क्योंकि जब आप ज्यादा नमक सेवन करते हैं तो शरीर में बहुत ज्यादा पानी कट्ठा होने लगता है जिससे पेट फूलने की समस्या हो जाती है और फिर पेट टाइट हो जाता है
आमतौर पर किडनी में कुछ मात्रा में सोडियम पाया जाता है, ऐसे में जब आप अपने शरीर में और सोडियम डालते हैं तो किडनी को क्षतिपूर्ति के लिए ज्यादा पानी को रोककर रखना पड़ता है, शरीर में नमक की मात्रा ज्यादा होने पर पानी जरूरत से ज्यादा जमा हो जाता है, ये स्थिति वाटर रिटेंशन कहलाती है ऐसी स्थिति में हाथ पैर और चेहरे में सूजन आ जाती है.
लंबे समय तक अत्यधिक नमक के सेवन से उच्च रक्तचाप हो सकता है जो उच्च रक्तचाप का कारण बन सकता है, जिससे रक्त वाहिकाएं सख्त और संकुचित हो सकती हैं.इसके साथ ही उल्टी मतली और कमजोरी जैसे लक्षण शरीर में नजर आने लगते हैं.
नमक युक्त भोजन खाने से आपका मुंह सूख सकता है या प्यास बढ़ सकती है, जिससे आप अपने तरल पदार्थ का सेवन बढ़ा सकते हैं, आपको बार-बार पेशाब आ सकता है,इस बीच, यदि आपके पास पर्याप्त तरल पदार्थ नहीं हैं, तो आपके शरीर का सोडियम स्तर सुरक्षित स्तर से ऊपर उठ सकता है, जिससे हाइपरनेट्रेमिया हो सकता है.”हाइपरनेट्रेमिया का अगर इलाज नहीं किया जाता है, तो भ्रम, दौरे और यहां तक कि मौत भी हो सकती है.
नए शोध से पता चलता है कि बहुत अधिक नमक एक्जिमा के प्रकोप का कारण बन सकता है. साइंस ट्रांसलेशनल मेडिसिन में प्रकाशित रिपोर्ट से पता चलता है कि नमक खाने और टी-हेल्पर कोशिकाओं की वृद्धि के बीच एक संबंध है जो अति सक्रिय सूजन और एक्जिमा, गठिया और अस्थमा जैसी एलर्जी-आधारित बीमारियों का कारण बन सकता है.
अधिक नमक का सेवन करने से डिहाइड्रेशन के कारण आपको बार-बार सिरदर्द हो सकता है. यs माइग्रेन को भी ट्रिगर कर सकता है. ऐसे में इससे बचने के लिए आपको ढेर सारा पानी पीने की जरूरत है.
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