कब्ज की समस्या काफी लोगों को परेशान करती है जो आपकी दिनचर्या, भूख और मूड सबको बिगाड़ कर रख देती है. कब्ज के कुछ सबसे सामान्य कारणों में जंक फूड का सेवन, शराब पीना, अधिक खाना, पानी का सेवन न करना और मांस खाना शामिल होता हैं. इसके अलावा धूम्रपान और व्यायाम की कमी भी इसमें शामिल है. लेकिन कुछ आयुर्वेदिक घरेलू उपचार हैं जो आसानी तरीके से कब्ज से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकते हैं.
त्रिफला कब्ज दूर करने के लिए सबसे प्रभावी आयुर्वेदिक उपचारों में से एक है. त्रिफला में ग्लाइकोसाइड होता है जिसमें रेचक गुण होते हैं. त्रिफला को आप गर्म पानी में मिलाकर चाय बना सकते हैं. आप एक चौथाई चम्मच त्रिफला में आधा चम्मच धनिया के बीज और एक चौथाई चम्मच इलायची के बीज भी मिला सकते हैं. इन्हें एक साथ पीसकर एक गिलास पानी में मिला लें.
अगर आपको कब्ज की समस्या है तो एक गिलास गर्म पानी में एक चम्मच भुनी और पिसी हुई सौंफ मिलाएं. सौंफ के बीजों का सेवन कुछ गैस्ट्रिक एंजाइमों का उत्पादन करने में मदद कर सकता है जो पाचन प्रक्रिया को बढ़ावा दे सकते हैं और स्वस्थ मल त्याग को बढ़ावा दे सकते हैं.
बेल के फल में रेचक गुण होते हैं. अगर आपको कब्ज की समस्या है तो शाम को खाने से पहले आधा कप बेल के गूदे को एक चम्मच गुड़ के साथ खाएं. आप बेल के रस को थोड़े से इमली के पानी और गुड़ के साथ मिलाकर भी बेल का शरबत ले सकते हैं. अगर आप मधुमेह रोगी हैं तो बेल का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करने की सलाह दी जाती है.
मुलेठी में सूजन-रोधी प्रभाव होता है और यह पाचन में सहायता कर सकता है. एक कप गर्म पानी में एक चम्मच पिसी हुई मुलेठी की जड़ और एक चम्मच गुड़ मिलाएं. नियमित रूप से इसका सेवन करने से पहले किसी आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से सलाह लेने की सलाह दी जाती है.
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