जानिए,ठंडा पानी पीकर कहीं खुद को बीमार तो नहीं कर रहे आप

गर्मी के मौसम में ठंडा पानी मिल जाए तो क्या बात है…धूप से आने के बाद अक्सर लोग यही सोचा करते हैं. कुछ लोग तो बाहर से आने के बाद फ्रिज खोलते हैं और चिल्ड वाटर पीकर खुश हो जाते हैं. लेकिन ऐसा करना सेहत से खिलवाड़ करने जैसा है. ठंडा पानी पीने से हमारी बॉडी असंतुलित हो सकती है. जिसका असर पाचन क्रिया पर पड़ता है और यह धीमा हो सकता है.आइए जानते हैं ठंढा पानी पिने के नुकशान के बारे में।

ठंडा पानी पीने से एसिडिटी की समस्या हो सकती है. ठंडा पानी पीने के बाद खाना शरीर से गुजरते समय काफी सख्त हो जाता है. इससे आंतें सिकुड़ जाती हैं और एसिडिटी की समस्या होने लगती है.

ज्यादा ठंडा पानी पीते हैं तो इससे डायजेस्टिव सिस्टम प्रभावित हो सकता है. खाना पचने में परेशानी हो सकती है और कब्ज के साथ-साथ पेट दर्द, जी मिचलाना, पेट फूलना जैसी दिक्कतें भी हो सकती हैं.

अधिक ठंडा पानी पीने से ब्रेन फ्रीज हो सकता है. ठंडा पानी रीढ़ की कई संवेदनशील नसों को ठंडा करता है, जहां से तुरंत ही मस्तिष्क को मैसेज भेजा जाता है, जिसकी वजह से सिरदर्द होने लगता है. इससे साइनस होने का जोखिम भी रहता है.

ठंडा पानी पीने से हार्ट रेट कम होने का जोखिम रहता है. यह वेगस नर्व (Vagus nerve) को इफेक्ट करता है. पानी का टेंपरेचर कम होने की वजह से वेगस नर्व प्रभावित होता है और हार्ट रेट कम हो जाती है. इससे हार्ट डिजीज हो सकती है.

ज्यादा मात्रा में ठंडा पानी पने से शरीर के फैट बर्न नहीं हो पाते हैं और फैट सख्त बनता जाता है. जिससे वजन बढ़ सकता है. इसलिए अगर आप मोटापे की समस्या से बचना चाहते हैं तो ठंडा पानी पीने से बचना चाहिए.

यह भी पढे –

क्या आप भी रात में बालों में तेल लगाकर सुबह शैंपू करती हैं,जानिए इसके नुकशान

Leave a Reply