केरल में सत्तारूढ़ वाम मोर्चा और विपक्षी कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर एक दिन पहले राज्य में दिए भाषण को लेकर तीखा हमला किया और कहा कि ‘मोदी की गारंटी’ जैसे तमाशों का इस दक्षिणी राज्य में कोई असर नहीं होगा ।
प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को केरल में आयोजित कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत सरकार द्वारा महिलाओं के पक्ष में उठाए गए कदमों को रेखांकित किया था।
सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) और विपक्षी संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) के नेताओं ने कहा कि केरल के राजनीतिक जल में कमल खिलाने का भाजपा का सपना कभी पूरा नहीं होगा। उन्होंने दावा किया कि भाजपा आगामी चुनाव में राज्य की एक भी सीट जीतने में सफल नहीं होगी।
त्रिशूर में आयोजित महिला सम्मेलन में मोदी द्वारा किए गए दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेता और सांसद के.मुरलीधरन ने कहा कि केरल की जनता गांरटी में विश्वास नहीं करती।
मुरलीधरन ने कहा, ‘‘मोदी की गारंटी केरल में काम नहीं करेगी। इस तरह के तमाशे का राज्य में असर नहीं पड़ेगा। प्रधानमंत्री के तौर पर उन्हें यहां आने की आजादी है लेकिन वह एक भी सांसद यहां से नहीं बना सकेंगे। उनका केरल में समय बर्बाद करने का कोई लाभ नहीं है। राज्य की जनता उनकी गांरटी में विश्वास नहीं करती।”
त्रिशूर में आयोजित मोदी के कार्यक्रम में जब कई प्रमुख अभिनेताओं और खिलाड़ियों के शामिल होने के बारे में पूछा गया तो कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में इस तरह की उपस्थिति सामान्य है। उन्होंने कहा, ”जब हम सत्ता में होंगे तब वे हमारे कार्यक्रम में भी शामिल होंगे।”
त्रिशूर में भाजपा द्वारा आयोजित एक विशाल महिला कार्यक्रम में एक जोशीले भाषण में मोदी ने अपनी सरकार के महिला सशक्तिकरण के उपायों, विशेष रूप से महिला आरक्षण विधेयक को रेखांकित किया, और जोर देकर कहा कि ये पहल ‘मोदी की गारंटी’ का हिस्सा है। उन्होंने अपने भाषण में 17 बार ‘मोदी की गांरटी’ शब्द का इस्तेमाल किया।
राज्य के राजस्व मंत्री और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा)नेता के. राजन ने त्रिशूर में मीडिया से कहा कि प्रधानमंत्री को मणिपुर में जारी हिंसा से पीड़ित महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए थी।
भाकपा के राज्य सचिव बिनॉय विश्वम ने भी इसी तरह की भावनाएं व्यक्त कीं और कटाक्ष करते हुए मोदी से मानचित्र पर मणिपुर ढूंढने और राज्य का दौरा करने को कहा।
राजन ने कहा, ”वहां (त्रिशूर) एकत्र हुई महिलाओं को उम्मीद रही होगी कि वह(मोदी) मणिपुर के बारे में कुछ कहेंगे। याद कीजिए उन दो महिलाओं को जिन्हें मणिपुर में हिंसा के बीच निर्वस्त्र घुमाया गया था। वे सिर्फ किसी विशेष समुदाय की सदस्य नहीं थी; वे हमारे देश में महिलाओं की प्रतिनिधि थीं। प्रधानमंत्री त्रिशूर में एकत्रित हुई महिलाओं के सामने कम से कम पीड़िताओं को हुई पीड़ा के लिए माफी मांग सकते थे।”
– एजेंसी