भारत में वर्तमान में इन्फ्लूएंजा ए वायरस का एक प्रमुख सब वेरिएंट एच3एन2 का तेजी से फैल रहा है. वायरस आमतौर पर 1 से 3 मीटर के दायरे में खांसी की बूंदों के माध्यम से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. मौजूदा समय में बना मौसम भी वायरस के फैलने के लिए अनुकूल है. इसी वजह से मामलों में बढ़ोत्तरी देखने को मिल रही है. आइये जानते है ऐसे में क्या करे।
ज्यादातर मामलों में एच3एन2 इन्फ्लुएंजा संक्रमण पांच से सात दिनों तक रहता है. डॉक्टरों का कहना है कि मरीजों की थकान एक सप्ताह तक बनी रह सकती है और इसके साथ मांसपेशियों में गंभीर परेशानी भी हो सकती है. भले ही अधिकांश लोग एक सप्ताह के भीतर बेहतर महसूस करते हैं लेकिन उन्हें तरह से ठीक होने में कुछ हफ़्ते लग सकते हैं.
हमारे शरीर को टिश्यू डेमेज होने पर उन्हें रिग्रोथ के लिए आराम की जरूरत पड़ती है. ब्रेन को भी आराम करना बहुत फायदेमंद होता है. बीमार होने पर बॉडी में एनर्जी लेवल बहुत कम रहता है. ऐसे में आराम करना लाभकारी होता है.
शरीर में दर्द और मसल्स पेन करने के लिए लगभग 6 से 7 लीटर प्रति दिन पानी का सेवन करना महत्वपूर्ण है. हाइड्रेशन मांसपेशियों को स्वस्थ रखता है. ये अकड़न को रोकता है.
मानसिक और शारीरिक तनाव को कम करने के सरल और सबसे प्रभावी तरीकों में से एक गर्म पानी से शांतिपूर्ण तरीके से नहाना है. यह शरीर में ब्लड सप्लाई बढ़ाकर अधिक आराम दे सकता है.
स्टीम इनहेलेशन छाती में दर्द की समस्या को कम कर सकता है. जबकि नमक के पानी से गरारे करने से गले की सूजन कम हो सकती है.
डॉक्टर को भी खुद से दवा न लेें. यदि लक्षण दिख रहे हैं तो डॉक्टर से इलाज जरूर कराना चाहिए. खुद ही डॉक्टर बनने की कोशिश बिल्कुल न करें.
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