दो बार का चैंपियन भारत मंगलवार से यहां शुरू हो रहे एफआईएच पुरुष जूनियर विश्व कप हॉकी टूर्नामेंट में फिर से पोडियम पर जगह बनाने के लिए एशिया के अपने प्रतिद्वंद्वी दक्षिण कोरिया के खिलाफ जीत से शुरुआत करने की कोशिश करेगा। भारत 2001 में होबार्ट और 2016 में लखनऊ में चैंपियन बना था। इसके अलावा वह 1997 में इंग्लैंड के मिल्टन कीज में उपविजेता रहा था। पिछली बार दो साल पहले भुवनेश्वर में उसे चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा था।
भारत को आसान पूल में रखा गया है जिसमें उसका सामना कोरिया के अलावा कनाडा और स्पेन से होगा। कोरिया के बाद भारतीय टीम गुरुवार को स्पेन और शनिवार को कनाडा से खेलेगी। पूल ए में गत चैंपियन अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, चिली और मलेशिया, जबकि पूल बी में मिस्र, फ्रांस, जर्मनी और दक्षिण अफ्रीका हैं। पूल डी में बेल्जियम, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड और पाकिस्तान को रखा गया है। प्रत्येक पूल से शीर्ष दो टीमें क्वार्टर फाइनल के लिए क्वालीफाई करेंगी। क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल क्रमशः 12, 14 और 16 दिसंबर को खेले जाएंगे।
फारवर्ड उत्तम सिंह की अगुवाई वाली भारतीय टीम आत्मविश्वास से भरी है क्योंकि कोरिया के खिलाफ उसका रिकॉर्ड अच्छा रहा है। इन दोनों टीम के बीच जो 6 मैच खेले गए हैं उनमें से भारत ने तीन में जीत दर्ज की है। कोरिया ने दो मैच जीते हैं जबकि एक मैच ड्रॉ रहा है। इससे पहले इन दोनों टीम के बीच मुकाबला इस साल के शुरू में जूनियर विश्व कप में हुआ था जहां भारतीय टीम ने कोरिया को 9-1 से करारी शिकस्त ली थी।
भारतीय कप्तान उत्तम सिंह भी अच्छी शुरुआत करने के प्रति आश्वस्त हैं। उन्होंने कहा,‘‘विश्व कप का इंतजार आखिर में खत्म हो गया और हम अच्छी शुरुआत करने के लिए आश्वस्त हैं। हमने हाल में कोरिया का सामना किया था और हम चुनौती से अच्छी तरह वाकिफ हैं लेकिन हमारा ध्यान रणनीति पर अच्छी तरह से अमल करने और अच्छी हॉकी खेलने पर होगा।’’ भारतीय कोच सीआर कुमार ने कहा कि टीम ने बहुत अच्छी तैयारी की है लेकिन वह किसी चीज को तय मानकर नहीं चलेगी। उन्होंने कहा,‘‘खिलाड़ियों ने कड़ी मेहनत की है और हम टूर्नामेंट के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। कोरिया अच्छी टीम है और आप उन्हें हल्के से नहीं ले सकते हैं। यह बड़ी प्रतियोगिता है और हमें प्रत्येक विरोधी टीम का सम्मान करना होगा।
– एजेंसी