इस्पात बनाने वाली कंपनी जय बालाजी इंडस्ट्रीज लि. दो परिसंपत्ति पुनर्निर्माण कंपनियों के पास शेष फंसा कर्ज चुकाने के लिए टाटा कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज के साथ 559 करोड़ रुपये का कर्ज समझौता किया है।
जय बालाजी पर 2018-19 में करीब 3,000 करोड़ रुपये का एनपीए (गैर-निष्पादित परिसंपत्त) बकाया था। बैंकों ने बाद में इस कर्ज को दो एआरसी को बेच दिया था।
कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक आदित्य जाजोदिया ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि टाटा कैपिटल के साथ इस समझौते के साथ एआरसी के एनपीए के बकाए का निपटारा कर दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मौजूदा कर्ज टाटा कैपिटल से केवल 559 करोड़ रुपये है। सकारात्मक बदलाव और मजबूत नकदी प्रवाह को देखते हुए हमारा लक्ष्य अगले 12 महीनों के भीतर कर्ज मुक्त होना है।”
कंपनी के अनुसार, इस नई ऋण संरचना के साथ जय बालाजी इंडस्ट्रीज अब डक्टाइल आयरन पाइप और विशेष ग्रेड फेरो मिश्र धातु के लिए अपनी विस्तार योजनाओं के साथ आगे बढ़ने की स्थिति में है।
– एजेंसी