भारत के महान क्रिकेटर कपिल देव ने कहा कि यह क्रिकेट को कैसे आगे बढ़ाना है यह काम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) का है। कपिल ने रविवार को यहां विश्व समुद्र गोल्डन ईगल्स की वार्षिक गोल्फ चैंपियनशिप के मौके पर यह बात कही। उन्होंने कहा, मैं एक दर्शक के अलाव कुछ भी नहीं हूं। बस इतना ही मेरा कहना है। क्रिकेट को कैसे आगे बढ़ाना है यह काम आईसीसी का है। खेल को कैसे होगा, यह क्रिकेट कंट्रोल का काम है। यह मेरा काम नहीं है। मेरा काम टेलीविजन पर खेल देखना और उसका लुत्फ उठाना है।
उन्होंने हाल ही में संपन्न एकदिवसीय विश्वकप में कई लोगों का ध्यान एक विवादित खिलाड़ी और कुछ अन्य हरकतों की ओर खिंचा है। जिसमें मोहम्मद रिजवान के क्रिकेट मैदान पर नमाज पढ़ने, पाकिस्तान के मुख्य कोच मिकी आर्थर ‘जय श्री राम’ के नारे को लेकर टिप्पणी, फाइनल मुकाबले के दौरान एक फिलिस्तीन समर्थक ने मैदान में घुसकर विराट कोहली को गले लगाने के इन विवादों पर कपिल ने कहा कि हर तरह के लोग होते हैं और किसी को इसका नकारात्मक और किसी को सकारात्मक पक्ष रखने का पूरा अधिकार है। उन्होंने कह, आपको हर तरह के लोग मिलेंगे और हर तरह के लोग आपकी तरह के लोग नहीं होंगे, आप जो भी सोचते हैं वह सही है। अगर आपको उसके बारे में लिखना पसंद नहीं है, और यदि आप पसंद करते हैं, तो उसकी सराहना करें। बस इतना ही।
उन्होंने कहा कि क्रिकेट मैदान पर पाकिस्तानी खिलाड़ी रिजवान का नमाज पढ़ने को लेकर उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी। उच्चतम न्यायालय के वकील विनीत जिंदल ने आईसीसी को पत्र लिखकर कहा कि रिजवान का मैच के दौरान नमाज पढ़ना खेल की भावना पर सवाल खड़ा करता है। उन्होंने यह भी कहा कि क्रिकेट के मैदान पर कई भारतीयों के बीच रिजवान का कृत्य जानबूझकर उनके धर्म का चित्रण करने का प्रतीक था, जो खेल की भावना के खिलाफ है और पाकिस्तानी खिलाड़ी जानबूझकर अपने धर्म के बारे में दर्शकों का ध्यान आकर्षित कर रहा था।
– एजेंसी