नयी दिल्ली (एजेंसी/वार्ता): केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कोविड प्रोटोकाल का पालन करने संबंधी अपने पत्र पर विवाद खड़ा करने को खेदजनक करार देते हुए बुधवार को कहा कि ऐसा करना उनके ‘सरकारी कर्तव्य निर्वहन में बाधा है।’
मांडविया ने संसद परिसर भवन में संवाददताओं से कहा कि उन्होंने राजस्थान के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तीन सांसदों के भारत जोड़ो यात्रा में शामिल चार लोगों के काेविड संक्रमित पाये जाने संबंधी पत्र का संज्ञान लेते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पत्र लिखकर एहतियात बरतने का सुझाव दिया था।
उन्होंने कहा कि सांसदों पत्र मिलने के बाद विशेषज्ञों से सलाह-मशविरा करके ही श्री गांधी को पत्र लिखा था। उन्होंने कहा कि उनके पत्र को लेकर तरह-तरह के टिप्पणियां की जा रही हैं, जो उचित नहीं हैं। इस पर विवाद खड़ा करना खेदजनक है और देश के स्वास्थ्य मंत्री होने के नाते इसे वह अपने कर्तव्यपालन में बाधा मानते हैं।
उन्होंने कहा कि वह देश के प्रधान सेवक (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी) की टीम के एक अदने से सदस्य हैं और अपने कर्तव्य पालन का निर्वहन कर रहे हैं। उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा कि देश में एक ‘खास परिवार’ को किसी तरह की सलाह देने की एक अदने से सदस्य की हैसियत नहीं है।
मांडविया ने सभी लोगों से मास्क लगाने और कोविड प्रोटोकाल का पालन करने का आग्रह किया। उन्होंने चीन में इन दिनों कहर बरपा रहे कोरोना के नये वैरियेंट को खतरनाक बताया और कहा कि सरकार किसी भी हर तरह की स्थिति से निपटने के लिए सभी तैयारियां कर रही है। समीक्षा बैठकें की जा रही हैं और सभी संबंधित लोग विदेशों में कोरोना की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
-एजेंसी/वार्ता
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