एक महिला के जीवन में गर्भावस्था एक महत्वपूर्ण समय होता है, जिसके दौरान उसे खुद का जरूरत से ज्यादा ध्यान रखने की आवश्यकता होती है.अपने आहार से लेकर व्यायाम और यहां तक कि त्वचा की देखभाल तक. नौ महीनों के दौरान, बढ़ते हुए पेट के कारण, कुछ महिलाओं को कुछ स्थितियों में बैठना मुश्किल या असुविधाजनक भी हो सकता है. ऐसे में सवाल है कि क्या गर्भवती महिलाओं को पालथी मारकर बैठना चाहिए? क्या यह उचित है? इसी का जवाब देते हुए डॉ दीप्ति जम्मी ने इंस्टाग्राम पर कुछ जानकारी शेयर की है.
गर्भवती महिला को पालथी मारकर बैठना कितना सही?
गर्भवती महिला पालथी मारकर बैठ सकती है या नहीं, इस बारे में जवाब देते हुए उन्होंने बताय कि अगर कोई पालथी मारकर बैठने का विकल्प चुनता है, तो सुरक्षा की कोई चिंता नहीं है.एक महिला निश्चित रूप से इस पोजीशन में बैठ सकती है.डॉ जैमी के अनुसार, कोई भी बाहरी गतिविधियां जो गर्भाशय पर दबाव नहीं डालती हैं, सुरक्षित हैं, खासकर तब जब होने वाली मां इसे पहले कर चुकी हो.“क्रॉस-लेग्ड बैठना आपकी पेल्विक बोन के लिए बेहद अच्छा है. इसके अलावा उन्होंने डिलीवरी से पहले भी बटरफ्लाई एक्सरसाइज और स्क्वैट्स करने की सलाह दीडॉक्टर के मुताबिक गर्भवती महिला को पालथी मारकर बैठने में कोई हर्ज नहीं है क्यों कि हमें शुरु से ही खास कर ग्रामीन इलाकों में जमीन पर बैठकर खाना खाने को सिखाया जाता है.
वहीं अन्य डॉक्टर के मुताबिक यह गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल गतिशीलता में सुधार करने में मदद कर सकता है. क्रॉस-लेग्ड स्थिति में बैठने से हृदय को रक्त पंप करने के लिए अधिक काम करना पड़ सकता है. यह दोनों पैरों की धमनियों को खोलने में मदद करता है.
किस स्थिति में पालथी मारकर बैठना सही नहीं है?
वहीं ऐसी गर्भवती महिला को पालथी मारकर बैठने की सलाह नहीं दी जाती है, जो पेल्विक गर्डल पेन (पीजीपी) और सिम्फिसिस प्यूबिस डिसफंक्शन (एसपीडी) से पीड़ित हैं.ऐसा इसलिए है क्योंकि क्रॉस-लेग्ड बैठने से पेल्विक एक असमान स्थिति में आ जाती है, जिससे पैरों पर वजन का असमान वितरण हो सकता है, जिससे असुविधा और तनाव हो सकता है.जैसे-जैसे आपकी गर्भावस्था आगे बढ़ती है और जैसे-जैसे आपका पेट बढ़ता है, आपको फर्श पर बैठने या बैठने की स्थिति से उठने में असहजता महसूस हो सकती है.इस चरण के दौरान एक आरामदायक कुर्सी पर स्विच करना ज्यादा बेहतर होगा है.
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