क्या बिस्तर पर योग करना सही है? जानिए फायदे और सावधानियां

योग आपकी ओवरऑल हेल्थ के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। अगर आप इसे सही तरीके से अपनी दिनचर्या में शामिल करते हैं, तो मानसिक और शारीरिक रूप से खुद को बेहतर महसूस करेंगे। लेकिन एक सवाल जो अक्सर लोगों के मन में आता है – क्या योग बेड यानी बिस्तर पर किया जा सकता है? आइए जानते हैं इसका जवाब और इससे जुड़ी जरूरी बातें।

✅ बिस्तर पर किए जा सकते हैं ये आसान योगासन
अगर आप पूरी तरह योग मैट पर नहीं जा पा रहे हैं, तो कुछ हल्के और सरल योगासन ऐसे हैं जिन्हें बिस्तर पर किया जा सकता है:

शवासन – शरीर और मन को रिलैक्स करने के लिए बेहतरीन।

वज्रासन – खाने के बाद पाचन सुधारने के लिए।

बालासन (चाइल्ड पोज़) – पीठ दर्द और थकान दूर करने में मददगार।

नौकासन (बोट पोज़) – पेट की चर्बी कम करने में सहायक।

कपोतासन (पिजन पोज़) – हिप्स खोलने और जांघों की जकड़न कम करने में लाभकारी।

⚠️ ध्यान दें: इन आसनों को बिस्तर पर करते समय अधिकतम 15-20 मिनट ही दें, वरना शरीर में अनचाही अकड़न या दर्द हो सकता है।

🌿 बिस्तर पर योग करने के ये हो सकते हैं फायदे:
तनाव होता है दूर: रोज़ाना 10 मिनट का बिस्तर योग भी स्ट्रेस कम कर सकता है।

पेट की चर्बी में राहत: नौकासन और वज्रासन पेट की एक्स्ट्रा फैट कम करने में मदद करते हैं।

गट हेल्थ में सुधार: बालासन जैसे आसन पाचन सुधारते हैं और गैस या कब्ज की समस्या से राहत दिलाते हैं।

⚠️ एक्सपर्ट्स क्या कहते हैं?
योग विशेषज्ञों के अनुसार, बिस्तर पर कुछ आसान आसन किए जा सकते हैं लेकिन ज़्यादा प्रभावशाली रिज़ल्ट के लिए खुली हवा और ताज़गीभरे माहौल में योग करना सबसे अच्छा होता है। सुबह पार्क में 20–30 मिनट का योग आपके मूड, शरीर और ऊर्जा को जबरदस्त बूस्ट दे सकता है।

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